लुधियाना नगर निगम के मेयर को लेकर चर्चाएं चल रही थी कि बीजेपी व कांग्रेस मिलकर मेयर बना सकती है। लेकिन इस बात पर अब पंजाब भाजपा प्रभारी विजय रूपानी और केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का बयान आया है। दोनों नेताओं का कहना है कि भाजपा सशक्त विप
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ऐसे विवादों पर तुरंत विराम लगना चाहिए
केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा है कि लुधियाना निगम में भाजपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन का कोई सवाल ही नहीं है। हमारा लक्ष्य कांग्रेस मुक्त भारत है और कांग्रेस का समर्थन करना हमारे सिद्धांतों के खिलाफ है। चल रहे विवादों और मीडिया अटकलों पर तुरंत विराम लगना चाहिए।
केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का बयान।
किसी के साथ मिलकर भाजपा मेयर नहीं बनाएगी
भाजपा प्रभारी वियज रूपानी ने अपने बयान में कहा है कि कुछ दिन पहले संपन्न हुए म्युनिसिपल चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को पंजाब की जनता ने विपक्ष की भूमिका दी है | बीजेपी पंजाब मिले हुए जनादेश के अनुरूप म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में व म्यूनिसिपल कमेटियों में विपक्ष की भूमिका निभाएगी। भाजपा किसी भी कॉरपोरेशन या म्यूनिसिपल कमेटी में किसी भी अन्य दल के साथ मिलकर, कॉरपोरेशन में मेयर या म्युनिसिपालिटी में अध्यक्ष नहीं बनाएगी
आप नेताओं ने पार्षदों से मीटिंग की
आम आदमी पार्टी नगर निगम लुधियाना के इंचार्ज एवं कैबिनेट मंत्री लालजीत भुल्लर मेयर पद को लेकर लुधियाना पहुचे। उनके साथ मंत्री हरदीप सिह मुंडिया और तरूनपरीत सिंह सोंध के अलावा विधायक मदन लाल बग्गा, विधायक अशोक पराशर पप्पी, विधायक दलजीत भोला, विधायक कुलवत सिद्धू और विधायक रजिंदरपाल कौर छीना भी साथ थे। इसके अलावा के सभी 41 विजयी पार्षद भी पहुंचे। इस दौरान मंत्री लालजीत भुल्लर ने जहां सभी विजयी पार्षदों को बधाई देते उन्हें सम्मानित किया तो उपरांत उन्होंने मेयर पद को लेकर सभी से विचार कर उनकी राय भी जानी। लुधियाना में कुल 95 सीटें है। इसमें 41 सीटें आम आदमी पार्टी ने जीती, 19 बीजेपी, कांग्रेस तीस, दो अकाली दल और तीन आजाद जीत है। वहीं, अब एक आजाद और एक अकाली पार्षद आम आदमी पार्टी में आ गए हैं।
कांग्रेस-भाजपा गठबंधन से हाईकमान खफा-
मेयर पद को लेकर लुधियाना में कांग्रेस-भाजपा गठबंधन की बात चल रही थी। क्योंकि भाजपा को चुनाव में 19 जबकि कांगरेस को 30 सीटें मिली और मेयर पद के लिए 48 सीटें चाहिए। जिसके बाद भाजपा और कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा दोनों पार्टियों के बीच समझौता कर मेयर व सीनियर डिप्टी मेयर पद बनाने को लेकर जो बातें चल रही थी इससे पार्टी हाईकमान भी खफा हो गया है।