इंदौर के विधायकों की सहमति के बाद होगा होगा सेंचुरी का फैसला
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में राज्य वन्यप्राणी बोर्ड की बैठक में बुधवार को बैतूल जिले में प्रस्तावित प्रदेश के पहले कंजर्वेशन रिजर्व को मंजूरी दी गई। बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल के सुझाव पर इसका प्रस्ताव तैयार किया गया था। इसके साथ्इ ही बालाघाट में सोनेवानी कंजर्वेशन रिजर्व को जिला योजना समिति से सहमति लेने की शर्त पर मंजूरी दे दी गई है।
इंदौर-बड़वाह में प्रस्तावित देवी अहिल्याबाई वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और हरदा में प्रस्तावित डॉ. राजेंद्र प्रसाद वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को लेकर स्थानीय विधायकों से सहमति नहीं ली गई, इसलिए इन्हें होल्ड पर रखा गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिए हैं कि हरदा और इंदौर की अहिल्याबाई सेंचुरी के लिए सभी स्थानीय विधायकों और सांसदों से पूरी जानकारी लेकर सहमति प्राप्त की जाए। इसके बाद ही इन प्रस्तावों पर आगे चर्चा होगी।
स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने असम से गेंडा (राइनो) लाकर वन विहार नेशनल पार्क में बसाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके साथ ही वन विहार में लाए गए दो नर किंग कोबरा (नाग) के बाद मादा किंग कोबरा लाने के निर्देश दिए। वन विभाग के अफसरों ने बताया कि मादा किंग कोबरा के लिए संबंधित राज्यों के साथ बातचीत कर तलाश की जा रही है।
सीधी और सिंगरौली जिलों में सोन नदी के उन इलाकों को, जहां घड़ियाल नहीं पाए जाते हैं, डीनोटिफाई करने की मांग पर सीएम ने निर्देश दिए हैं कि इस संभावना पर विचार कर कोई रास्ता निकाला जाए। ताकि घड़ियालों के संरक्षण के साथ ही स्थानीय लोगों की समस्या का समाधान हो सके।
250 वर्ग किलोमीटर का होगा ताप्ती कंजर्वेशन रिजर्व
बोर्ड ने ताप्ती कंजर्वेशन रिजर्व का क्षेत्रफल 250 वर्ग किलोमीटर मंजूर किया है। इसमें दक्षिण वन मंडल के ताप्ती रेंज का 84 वर्ग किलोमीटर और पश्चिम बैतूल की चिचोली और तावड़ी रेंज का 165 वर्ग किलोमीटर जंगल शामिल होगा। यह इलाका महाराष्ट्र के मेलघाट टाइगर रिजर्व और मप्र के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बीच होने के कारण वन्यजीव इसे कॉरिडोर के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
बोर्ड मेंबर और बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल ने सुझाव दिया कि इस इलाके में ट्राइबल कल्चर को प्रमोट करते हुए टूरिस्ट के लिए होम-स्टे निर्माण कराए जा सकते हैं। सीएम ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं।