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विद्या सागर श्रीवास्तव कि पुस्तक ‘बिखरे मोती’ का हुआ विमोचन: लखनऊ में डिप्टी सीएम बोले युवाओं कि साहित्य में दिलचस्पी समाज के लिए अच्छा है – Lucknow News


लखनऊ के हिंदी संस्थान में पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम हुआ। विद्या सागर श्रीवास्तव “नीरस” द्वारा रचित और श्याम सुंदर श्रीवास्तव द्वारा सम्पादित काव्य संग्रह “बिखरे मोती” के विमोचन डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सम्मिलित हुए। पुस्तक विमोचन प्रख्यात व्यंग्कार ड

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युवाओं में बढ़ रहा है साहित्य प्रेम

“बिखरे मोती” विमोचन के बाद ब्रजेश पाठक ने सभी लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यहाँ चारों ओर साहित्य प्रेमियों का जमावड़ा लगा है। आज इस पुस्तक विमोचन में बड़ी संख्या में महिला, पुरुष और युवा पहुंचे है। साहित्य के प्रति युवाओं की बढ़ती दिलचस्पी को देखकर गर्व कि अनुभूति होती है। विद्या सागर श्रीवास्तव “नीरस” जी जैसे कवि का हमारे समाज का हिस्सा होना बेहद खास है। वो एक शानदार साहित्यकार , कवि और बहुत विराट शख्सियत के मालिक थे। आज उनकी पुस्तक विमोचन में शामिल होकर गर्व की अनुभूति हो रही। इस बात का अफसोस है कि वह आज हमारे बीच नहीं है। मगर उनके परिवार के लोगों ने एक शानदार कार्यक्रम के माध्यम से उनके काम को आम लोगों तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। बधाई के पात्र हैं उनके पुत्र अखिलेश और परिवार के अन्य सदस्य जो विद्या सागर श्रीवास्तव के परिवार का हिस्सा हैं। इस पुस्तक को हमने जितना पढ़ा इसे बहुत ही शानदार पाया। सभी साहित्य प्रेमियों से मेरा निवेदन है कि वह इस किताब को जरूर पढ़ें।

पुस्तक विमोचन में शामिल हुए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और अन्य साहित्यकार

पुस्तक में सामाजिक वातावरण को दर्शाया गया है

पुस्तक विमोचन के अवसर पर सुरेश अस्थाना भी मौजूद रहे जिन्होंने अपने विचारों को साझा किया । उन्होंने कहा कि प्रत्येक कविता में गहराई और अर्थपूर्णता का समावेश है। यह संग्रह उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं—प्रेम, पीड़ा, सुख, और चिंतन—को खूबसूरती से व्यक्त करता है। पुस्तक में समाजिक वातावरण को भी अच्छे से दर्शाया गया है।

“बिखरे मोती” पुस्तक के विमोचन में शामिल हुए बड़ी संख्या में लोग

शब्द में बहुत ताकत होती है

कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शुक्ला ने कहा की शब्दों में बहुत ताकत है। कभी और साहित्यकार अपनी रचनाओं से समाज के विभिन्न अंगों को छूते हैं। विद्या सागर श्रीवास्तव “नीरस” की कविताएँ साधारण शब्दों में गहरी भावनाओं को व्यक्त करने की कला में रखती थीं। उनकी लेखनी में संवेदनशीलता होती थी। यह पुस्तक विद्या सागर की साहित्यिक यात्रा का एक अमूल्य दस्तावेज़ है। जो उनकी अमर काव्य-धारा को उजागर करता है। यह पुस्तक साहित्य प्रेमियों और काव्य में रूचि रखने वालों के लिए एक अनमोल वरदान है।

मंच पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और अन्य लोग



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