इस्लामाबाद21 मिनट पहले
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान के दोस्त मुल्क नहीं चाहते हैं कि हम उनसे भीख मांगने जाए। यह बात उन्होंने क्वेटा में कमांड एंड स्टाफ कॉलेज में सैनिकों संबोधित करते हुए कही।
शरीफ ने कहा- चीन, सऊदी अरब, तुर्किये, कतर, UAE सब पाकिस्तान के भरोसेमंद दोस्त हैं। वे हमसे उम्मीद करते हैं कि हम उनके साथ ट्रेड, कॉमर्स, इनोवेशन, डेवलपमेंट, शिक्षा, स्वास्थ्य, और इन्वेस्टमेंट में शामिल हों।
उन्होंने जोर देकर कहा- वे अब और नहीं चाहते कि हम उनके यहां भीख का कटोरा लेकर जाएं। शरीफ ने आगे कहा- आर्मी चीफ आसिम मुनीर के साथ मैं आखिरी इंसान हूं जो इस बोझ को अपने कंधों पर उठाना चाहता है। आखिर में बोझ इस देश के कंधों पर आता है।
शरीफ ने कहा कि हमें नेचुरल रिसोर्सेज का पूरा इस्तेमाल करना चाहिए और उन्हें सही कामों में लगाना चाहिए।
बलूचिस्तान कि दिक्कतों का बातचीत से हल करने की जरूरत
क्वेटा में ही एक अन्य कार्यक्रम में शरीफ ने कहा कि बलूचिस्तान में आतंकवादियों ने जिन लोगों को भटकाया है उन्हें सही रास्ते पर लाना जरूरी है। आतंकवादियों को न तो जनता, न सरकार और न ही सेना बर्दाश्त करेगी।
उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान की दिक्कतों को बातचीत के जरिए हल करने की जरूरत है। अगर कोई चिंता है, तो भाइयों को एक साथ बैठकर उसे हल करना चाहिए।
क्वेटा में लोगों को संबोधित करते शहबाज शरीफ।
आर्मी चीफ मुनीर ने भी क्वेटा कमांड एंड स्टाफ कॉलेज में भाषण दिया था
पाकिस्तान सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने भी शुक्रवार को क्वेटा कमांड एंड स्टाफ कॉलेज में भाषण दिया था। इस दौरान उन्होंने कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने कश्मीर में भारत की तरफ से बनाए जा रहे हाइड्रो-पावर प्रोजेक्ट पर आपत्ति जताई थी। मुनीर ने कहा था कि पाकिस्तान को कभी भी दबाया नहीं जा सकता।
सेना प्रमुख ने भारत के साथ संघर्ष के दौरान मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि अपने देश की रक्षा के लिए पाकिस्तानी लोग लोहे की दीवार बन गए।
हाल ही में 4 देशों के दौरे पर लौटे हैं शरीफ
शहबाज शरीफ हाल ही में 25 से 29 मई तक तुर्किये, ईरान, अजरबैजान और ताजिकिस्तान के दौरे से लौटे हैं। इस दौरान उन्होंने इन देशों के राष्ट्र अध्यक्षों का भारत के साथ लड़ाई के वक्त समर्थन देने के लिए शुक्रिया कहा।
ईरान और अजरबैजान के दौरे पर शरीफ ने भारत के साथ बातचीत की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान कश्मीर, आतंकवाद और पानी के मुद्दे पर बातचीत करें।