बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बुधवार को बक्सर के चौसा पहुंचे। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए हवलदार सुनील सिंह यादव के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की और शोक संवेदना व्यक्त की। तेजस्वी यादव ने सीआरपीएफ के जवान अर्जुन यादव, जो ड्यू
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इसके बाद तेजस्वी यादव ने अहियापुर ट्रिपल मर्डर केस के पीड़ित परिवारों से भी जाकर मुलाकात की और न्याय का भरोसा दिलाया।
देश की सीमा पर डटे सैनिकों की वजह से ही हम चैन की नींद सोते हैं। ऐसे बलिदानियों की स्मृति में सरकार को सड़क, अस्पताल, स्कूल या तोरण द्वार जैसी स्मृति चिह्न जरूर बनानी चाहिए। – तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, बिहार
NDA को बताया नेशनल दामाद आयोग
चौसा में मीडिया से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “अब इस गठबंधन का नाम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) नहीं, बल्कि नेशनल दामाद आयोग हो गया है।” तेजस्वी ने आरोप लगाया कि आयोग की नियुक्तियों में जमकर पक्षपात हुआ है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा—“दीपक कुमार ने अपनी पत्नी को, संजय झा ने अपनी बेटियों को आयोग में नियुक्त कराया।”
जदयू नेता अशोक चौधरी को घेरते हुए तेजस्वी बोले—“चौधरी साहब खुद जदयू कोटे से हैं, उनकी बेटी एलजेपी कोटे से और दामाद आरएसएस कोटे से नियुक्त हुए हैं। यह सब साठगांठ का खुला खेल है।”
बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल
तेजस्वी यादव ने कहा, “बिहार में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। रोज़ 1000 राउंड गोलियां चल रही हैं, अपराधी बेखौफ हैं और सरकार अचेत अवस्था में है।” उन्होंने कहा कि अहियापुर कांड में अगर पुलिस समय पर पहुंचती, तो तीन लोगों की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने पीड़ित परिवारों की मांग को दोहराया कि उन्हें न्याय मिलना चाहिए।
विपक्ष सड़क से सदन तक लड़ेगा लड़ाई
नेता प्रतिपक्ष ने आश्वासन दिया कि विपक्ष जनता की आवाज को दबने नहीं देगा। “हम सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेंगे।” उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि “यह सरकार अब गरीबों की नहीं, अपने रिश्तेदारों की सरकार बन गई है।”