भव्य महाआरती करते गयापाल ब्राह्मण।
माघ माह शुक्ल पूर्णिमा के पावन अवसर पर गयाजी के देवघाट विष्णुपद मंदिर में फल्गु सेवा समिति के बैनर तले भव्य फल्गु महाआरती का आयोजन किया गया। समिति के अध्यक्ष मुन्ना लाल पाठक धोकड़ी की अध्यक्षता में हुए इस दिव्य आयोजन में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिय
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पांच गयापाल ब्राह्मणों ने कराई भव्य महाआरती
इस शुभ अवसर पर पांच गयापाल ब्राह्मण-केशव पाठक, किशोर गुर्दा, रंगनाथ बिट्ठल, श्रीशांत सेन और रंजन बिट्ठल ने मंत्रोच्चारण और वैदिक विधियों के साथ महाआरती संपन्न कराई। जैसे ही आरती के लिए दीप प्रज्वलित हुए, पूरा विष्णुपद क्षेत्र ‘हरि ओम’, ‘गोविंद-गोविंद’ और ‘जय श्रीहरि’ के गगनभेदी उद्घोषों से गूंज उठा। इस दौरान भक्तों की श्रद्धा देखते ही बन रही थी।
भक्तों ने भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आराधना की।
पिंडदान करने से पूर्वजों को मोक्ष प्राप्त होता है
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माघ पूर्णिमा का दिन भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त करने का उत्तम समय होता है। इस दिन गयाजी में स्नान, दान और पूजन करने से न केवल मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है, बल्कि परिवार पर भी ईश्वर की असीम कृपा बनी रहती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन फल्गु नदी के तट पर पूजन और पिंडदान करने से पूर्वजों को मोक्ष प्राप्त होता है और वंश का कल्याण होता है। फल्गु सेवा समिति ने इस महाआरती के माध्यम से पूरे विश्व के कल्याण की कामना की। समिति के अध्यक्ष मुन्ना लाल पाठक धोकड़ी ने कहा, नारायण विष्णुपद फल्गु जी की कृपा से यह विश्व मंगलमय हो और सभी को सुख-समृद्धि प्राप्त हो।
महाआरती के बाद श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया। प्रसाद ग्रहण करने के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं। पूरा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर हो गया था।इस अवसर पर फल्गु सेवा समिति के सचिव विनोद लाल मेहरवार, मनी लाल बारीक, गौतम गायब, द्वारिका बाबू बिट्ठल, कमल बारीक, छोटू बारीक आशीष कटरियार, अजय कटरियार, शशि हल, मुन्नू दुबे, माधव धोकड़ी, गोपी धोकड़ी, शंभू गुर्दा, बैजू चौधरी, बाबू गुर्दा, मुन्ना गुर्दा और जीतू गुर्दा सहित अन्य सदस्यों ने भूमिका निभाई।