श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में श्री ब्रह्मोत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकी है। सात दिवसीय इस आयोजन में विभिन्न उत्सव मनाए जाएंगे। इसमें देशभर से तीन हजार से ज्यादा भक्त शामिल होंगे। साथ ही उत्सव में देशभर से कई संत इसम
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बता दे कि ये श्री ब्रह्मोत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव 21 जून से 27 जून तक आयोजित होगा। नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज के मंगल सान्निध्य में सभी उत्सव धूमधाम से मनाए जाएंगे। महोत्सव में जोधपुर के राधाकृष्ण महाराज और संत इंद्रेश महाराज के आने की भी सूचना है। दस हजार पत्रिकाओं के माध्यम से पूरे देशभर में भक्तों को आमंत्रित किया जा रहा है।
अब जान लेते है 21 से 27 जून तक होने वाले आयोजन
श्री ब्रह्मोत्सव एंव रथयात्रा महोत्सव में सात दिनों तक विभिन्न उत्सव मनाए जाएंगे। मंदिर के प्रचार प्रमुख पंकज तोतला ने बताया कि
21 जून – ध्वजारोहण सुबह 9 बजे होगा। शेषावतार श्री रामानुज स्वामी का महाभिषेक सुबह 9.30 बजे से होगा। प्रवचन 11.30 बजे से होंगे। श्री रामानुज स्वामी की शोभायात्रा शेष वाहन पर रात 8.30 बजे निकलेगी।
22 जून – भगवती श्री महालक्ष्मी का महाभिषेक सुबह 9.30 बजे। भगवती श्री महालक्ष्मी की सामूहिक अर्चना सुबह 11.30 बजे से होगी। शोभायात्रा मंगलगिरी पर एवं भजन रात 8.30 बजे से।
23 जून – भगवान श्री वेंकटेश का महाभिषेक सुबह 9.30 बजे। प्रवचन 11.30 बजे। भगवान श्री वेंकटेश की शोभायात्रा हनुमान वाहन पर (छत्रीबाग में) रात 8.30 बजे से।
24 जून – वसंतोत्सव सुबह 9.30 बजे से। तिरुप्पावड़ा दोपहर 12.30 बजे से श्री वेंकटेश की शोभायात्रा गरुड़ वाहन पर रात 8 बजे से।
25 जून – कल्याण उत्सव (विवाहोत्सव) सुबह 9 बजे से। भगवान श्री वेंकटेश की शोभायात्रा अश्व वाहन पर एवं परकाल लीला रात 8.30 बजे से।
26 जून – प्रणयकलहलीला सुबह 9.30 बजे से। पुष्प बंगला रात 7 बजे से जिसमें अनंत कोटी स्वरूप में प्रभु वेंकटेश के मनोहारी दर्शन होंगे।
27 जून – पुष्प बंगले के अनुपम दर्शन सुबह 7 बजे से। गौ सेवा अन्नकूट महोत्सव एवं वेणुगोपाल संस्कृत पाठशाला वार्षिक उत्सव सुबह 10 बजे से। मध्यभारत की गौरवशाली रथयात्रा शाम 4 बजे से।
10 हजार पत्रिकाओं से निमंत्रण
मंदिर में होने वाले इस सात दिवसीय आयोजन को लेकर देशभर में निमंत्रण भेजे जा रहे है। इसके लिए दस हजार पत्रिकाएं तैयार कराई गई है। देशभर से तीन हजार के करीब भक्त इसमें शामिल होने आएंगे। इसके अलावा देशभर से कई संतों का सान्निध्य भी यहां भक्तों को मिलेगा। बाहर से आने वाले संतों के प्रवचन भी होंगे। मध्यप्रदेश के अलावा मुंबई, सूरत, वारांगन, हैदराबाद सहित अन्य शहरों से भक्त इसमें उत्सव में शामिल होने के लिए आएंगे। इन पत्रिकाओं के माध्यम से उत्सव में शामिल होने के लिए मंदिर से निमंत्रण भेजे जा रहे हैं।
इंदौर और बाहर के भजन गायक होंगे शामिल
पंकज तोतला ने बताया कि इंदौर के भजन गायकों के साथ ही बाहर से भी भजन गायक महोत्सव में शामिल होंगे और विभिन्न भजनों की प्रस्तुति से भक्तों को मंत्रमुग्ध करेंगे। रथयात्रा को लेकर भी तैयारियां शुरू की जा चुकी है। महोत्सव को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है।