फिरोज अली | संभल5 मिनट पहले
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संभल के रजपुरा क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान की वास्तविकता सामने आई है। रजपुरा-सैंण्डोरा सीमा पर स्थित सुखी महाबा नदी कूड़े का ढेर बन गई है। यह वही नदी है जिसके जीर्णोद्धार पर प्रशासन लाखों रुपए खर्च कर रहा है।
रजपुरा के ग्राम प्रधान तस्लीम अहमद पंचायत में मौजूद आरसीसी कूड़ा निस्तारण केंद्र का उपयोग नहीं कर रहे हैं। इसके बजाय कस्बे का सारा कूड़ा सीधे नदी में डलवाया जा रहा है।
बारिश का मौसम शुरू हो चुका है। कूड़े के कारण आसपास के खेतों और गलियों में दुर्गंध फैल रही है। मच्छरों और कीड़े-मकोड़ों की संख्या बढ़ने से स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो गया है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह मामला सिर्फ नदी का नहीं, बल्कि सरकारी योजनाओं की विश्वसनीयता का है। जिला प्रशासन और विकास खंड अधिकारी की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
जनता ने प्रशासन से नदी से कूड़ा हटवाने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। खंड विकास अधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।