इंदौर में शनिवार को लोक स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के कमिश्नर तरुण राठी ने इंदौर के शासकीय दंत चिकित्सा कॉलेज और अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां मरीजों को मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
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कमिश्नर ने ओरल मेडिसिन एंड रेडियोलॉजी विभाग में ओपीजी मशीन से मरीजों की एक्स-रे सुविधा देखकर संतोष जताया। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. अलका गुप्ता ने उन्हें बताया कि इलाज को और बेहतर बनाने के लिए कॉलेज में सीवीसीटी और केड-कैम जैसी दो आधुनिक मशीनों की जरूरत है, जिनकी लागत करीब 3 करोड़ रुपए है। इस पर कमिश्नर ने जल्द ही शासन से बजट दिलाने का भरोसा दिया।
कॉलेज के प्रो. डॉ. विलास नेवासकर ने एमवाय अस्पताल से रोज एक ऑपरेशन थिएटर देने की मांग की, ताकि मरीजों को सर्जरी के लिए परेशान न होना पड़े। इस पर कमिश्नर ने डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया और अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक ठाकुर को रोज एक ओटी देने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कॉलेज की मरम्मत और नवीनीकरण के लिए 17 लाख रुपए मंजूर किए गए। साथ ही 2 करोड़ रुपए के पहले से लंबित कामों के लिए अगले वित्तीय वर्ष 2025-26 में बजट देने का आश्वासन भी दिया गया।