सहरसा के नगर निगम क्षेत्र में बढ़ते जाम की समस्या को खत्म करने और यातायात को सुगम बनाने के लिए प्रशासन ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। गुरुवार को यातायात थाने में ई-रिक्शा चालकों के लिए रूट निर्धारण की प्रक्रिया शुरू की गई। इस दौरान 200 से अधिक ई-रिक्शा
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योजना का क्रियान्वयन
यातायात डीएसपी प्रवीण कुमार ने बताया कि शहर को तीन हिस्सों में बांटा गया है। ई-रिक्शा चालकों को उनके रूट के अनुसार परिचालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिन चालकों के पास सभी कागजात पूरे हैं, उन्हें पर्मानेंट पी कार्ड जारी किया गया। अधूरे कागजात वाले चालकों को समयसीमा के भीतर कागजात पूर्ण करने का अवसर दिया गया और टी कार्ड जारी किया गया। कार्ड पर चालकों के लिए रूट मैप भी अंकित किया गया है।
पुरानी गाड़ियों के लिए समाधान
प्रशासन ने उन चालकों के लिए भी राहत दी है जिनके पास पुरानी ई-रिक्शा है। इस संदर्भ में जिला परिवहन पदाधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर समाधान निकाला जा रहा है।
लाभ और प्रतिक्रिया
यातायात डीएसपी ने विश्वास दिलाया कि इस योजना से ई-रिक्शा चालकों की आय पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। गांधी पथ निवासी वेदानंद शाह ने कहा, “रूट निर्धारण से जाम की समस्या खत्म होगी और यातायात व्यवस्था बेहतर होगी।” राजेंद्र शाह ने इसे एक सकारात्मक कदम बताते हुए कहा कि इससे बाहरी चालकों पर भी नियंत्रण लगेगा।
आगे की योजना
डीएसपी प्रवीण कुमार ने बताया कि जल्द ही शहर के अन्य इलाकों में भी कैंप लगाकर इस प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। उन्होंने सभी ई-रिक्शा चालकों से यातायात विभाग के निर्देशों का पालन करने की अपील की।
ई-रिक्शा रूट निर्धारण की यह पहल शहर की जाम समस्या को दूर करने में सहायक होगी। साथ ही, इससे चालकों और यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी। यातायात व्यवस्था में सुधार का यह कदम सहरसा के लिए एक नई शुरुआत है।