पहली तस्वीर में अनुज सिंह ज्वेलरी शॉप में डकैती करता दिख रहा है। दूसरी उसकी फाइल फोटो है।
सुल्तानपुर डकैती में STF ने एक और एनकाउंटर किया है। STF ने सोमवार तड़के 1 लाख के इनामी अनुज प्रताप सिंह को उन्नाव में मार गिराया। STF ने अनुज को घेरा, तो उसने फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में STF की गोली उसके सिर में लगी। उसे जिला अस्पताल लाया गया। व
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25 साल का अनुज अमेठी का रहने वाला था। ज्वेलरी शॉप में तमंचा लेकर लूट करते हुए अनुज का सीसीटीवी DGP ने जारी किया था। सुल्तानपुर डकैती कांड में यह दूसरा बदमाश मारा गया है। STF ने 5 सितंबर को सुल्तानपुर में मंगेश यादव को मार गिराया था। मंगेश के एनकाउंटर पर खूब सियासत हुई। अखिलेश यादव से लेकर राहुल गांधी ने सवाल उठाए थे।
सुल्तानपुर में भरतजी ज्वेलर्स शॉप पर 28 अगस्त को दिनदहाड़े डकैती हुई। बदमाश 1 करोड़ 35 लाख की ज्वेलरी लूट ले गए। इसमें अब तक मंगेश यादव और अनुज सिंह एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। 3 बदमाशों को पैर में गोली मारकर पकड़ा गया। 4 आरोपी और गिरफ्तार हुए हैं। अभी 3 फरार हैं।
बदमाश का एक साथी मौके से भागा ASP उन्नाव अखिलेश सिंह ने बताया- सूचना मिली थी कि सुल्तानपुर डकैती का आरोपी अनुज उन्नाव में छिपा है। STF के साथ आरोपी की तलाश शुरू की। मुखबिर को एक्टिव किया। अचलगंज क्षेत्र में मुठभेड़ हुई। आरोपी ने खुद को घिरा देखकर टीम पर गोली चलानी शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग की। इसमें उसके सिर में गोली लग गई। मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हुआ। दूसरा अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया।
STF सूत्रों ने बताया कि अनुज डकैती कांड के बाद से फरार था। वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। STF उसकी तलाश में लगी हुई थी। रविवार को उसकी लोकेशन उन्नाव में मिली। इसके बाद टीम एक्टिव हो गई।
यह एनकाउंटर स्पॉट की तस्वीर है।
उन्नाव जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिता कोटेदार, बेटे की लाश लेने के लिए उन्नाव निकले अनुज सिंह अमेठी के मोहनगंज थाना क्षेत्र के जनापुर गांव का रहने वाला था। अनुज के पिता धर्मराज सिंह गांव में राशन का कोटा चलाते हैं। घर में सिर्फ पिता और छोटी बहन थी। बेटे के मारे जाने की खबर मिलते ही पिता उन्नाव के लिए रवाना हो गए। छोटी बहन को मामा के घर वाले लेकर रवाना हो चुके हैं। चाचा और चाची भी कहीं निकल गए। घर में अभी कोई नहीं है।
इधर, इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील डॉ. गजेंद्र सिंह यादव ने अनुज सिंह एनकाउंटर का मामला NHRC में दर्ज कराया है। कहा है- बढ़ते एनकाउंटर पर रोक को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में PIL दाखिल करेंगे।
यह फोटो अनुज के अमेठी स्थित घर की है। परिवार का कोई भी सदस्य घर पर नहीं मिला।
अस्पताल में अनुज सिंह का शव। डॉक्टरों ने बताया कि सिर में गोली लगने की वजह से उसकी मौत हो गई।
मंगेश के एनकाउंटर पर अखिलेश ने कहा था- जाति देखकर मारा सुल्तानपुर डकैती में मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद खूब सियासत हुई थी। एनकाउंटर के तुरंत बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था- जाति देखकर एनकाउंटर किया गया। अगर दिमाग होता, तो चप्पल में एनकाउंटर नहीं करते। यही नहीं, STF को स्पेशल ठाकुर फोर्स बताया था। अखिलेश ने मंगेश के परिजनों से भी लखनऊ में मुलाकात हुई थी।
10 दिन पहले अखिलेश ने मंगेश के परिजनों से लखनऊ में मुलाकात की थी।
पुलिस का दावा- CCTV में दुकानदार को धमकाता दिख रहा एनकाउंटर पर सियासत बढ़ती देख यूपी पुलिस के DGP ने 9 सितंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें पुलिस ने डकैती का नया सीसीटीवी जारी किया था। इनमें मुंह छिपाए हुए बदमाशों के पहचान बताते हुए नाम बताए गए थे। इस फुटेज में अनुज सिंह का नाम भी था।
वह दुकान के अंदर लूट करता हुआ नजर आया। हालांकि, मुंह में कपड़ा बांधा होने की वजह से CCTV में अनुज का चेहरा नहीं दिख रहा है। सफेद शर्ट में अनुज हाथ में तमंचा लिए है। बार-बार दुकान मालिक को धमका रहा है। इसके अलावा अलमारी से पैसे निकाल रहा है।
सफेद शर्ट में बदमाश अनुज सिंह दिखाई पड़ रहा है।
ये तस्वीर पुलिस ने जारी की है। इसमें अनुज प्रताप सिंह दिखाई पड़ रहा है।
सुल्तानपुर डकैती कांड: अब तक क्या-क्या हुआ? 29 अगस्त को हुई डकैती में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी 2 सितंबर की रात की थी। कोतवाली इलाके में सचिन सिंह, त्रिभुवन और पुष्पेंद्र सिंह को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। तीनों के पैर में गोली लगी थी। इनके पास से लूटी हुई 15 किलो चांदी बरामद हुई। 2 दिन बाद 5 सितंबर की सुबह STF ने इस लूटकांड में शामिल मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया था। मंगेश के पास से 5 किलो चांदी बरामद की गई थी।
फिर 11 सितंबर को अयोध्या में दुबेपुर मोड़ से एक-एक लाख के इनामी 4 बदमाशों को पकड़ा गया। इनके नाम दुर्गेश सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद यादव, विवेक सिंह हैं। इनके पास से एक करीब डेढ़ किलो सोना बरामद किया। इसके बाद, डकैती की वारदात के मास्टरमाइंड विपिन सिंह ने 29 सितंबर को रायबरेली में सरेंडर किया था। विपिन के घर से एक किलो 218 ग्राम सोना बरामद किया था।
20 सितंबर को सुल्तानपुर में अजय यादव नाम के एक बदमाश को पैर में गोली मारकर पुलिस ने पकड़ा था। आज 23 सितंबर को तड़के एक और आरोपी अनुज सिंह को मार गिराया। अभी 3 बदमाश फरार हैं, जिनके नाम का पुलिस ने खुलासा नहीं किया है।
अब ज्वेलरी शॉप में डकैती की पूरी घटना पढ़िए…
बदमाशों ने दिनदहाड़े डकैती की वारदात को अंजाम दिया था।
सुल्तानपुर कोतवाली से 500 मीटर की दूरी पर चौक क्षेत्र का मेजरगंज एरिया है। यह इलाका सोनार मंडी के नाम से जाना जाता है। इसी इलाके में भरतजी सर्राफ की दुकान है। यह शहर की प्रतिष्ठित और बड़ी ज्वेलरी शॉप है। 29 अगस्त को सुबह करीब साढ़े 10 बजे भरत सोनी अपने बेटे के साथ आए और शॉप खोली। इसी बीच 2 कस्टमर आ गए। बेटा उनको जेवर दिखाने लगा।
दोपहर करीब 12 बजे शॉप में भरत सोनी, उनका बेटा और 2 कस्टमर बैठे थे। तभी मुंह पर गमछा बांधे एक बदमाश अंदर आया। अंदर पहुंचते ही उसने भरत सोनी पर हथियार तान दिया।
जब तक भरत सोनी कुछ समझ पाते, पीछे से दौड़ता हुआ एक और बदमाश आ गया। वह काले रंग का बैग लिए था। इसके बाद एक-एक कर 3 बदमाश और अंदर आए। इस तरह पलक झपकते ही बदमाशों ने दुकान को कब्जे में ले लिया।
इसके बाद 3 बदमाश तेजी से सामान समेटने लगे, जबकि 2 असलहा लिए दुकान में मौजूद लोगों को कवर किए रहे। पांचों बदमाशों के हाथ में असलहे थे। मालिक भरत सोनी ने विरोध करने की कोशिश की, तो उनकी कनपटी पर पिस्टल सटा दी। इस दौरान दोनों कस्टमर हाथ जोड़े बैठे रहे।
पुलिस ने CCTV दिखाकर दावा किया था- मंगेश ने दुकान में की थी लूट
12 सितंबर को डीजीपी ने डकैती का नया CCTV जारी किया। दावा किया कि मंगेश यादव ने दुकान के अंदर लूट की थी। यही नहीं, DGP ने वह वीडियो भी दिखाए, जब वारदात के बाद जौनपुर पुलिस मंगेश के घर दबिश देने गई थी। इसमें मंगेश की मां और बहन नजर आ रही हैं। जब पुलिसकर्मी उनसे मंगेश के बारे में पूछता है तो वह कहती हैं- पिछले 3 महीने से मंगेश घर पर नहीं आया है।
पुलिस ने दावा किया था कि फुटेज में हल्के हरे रंग की टी-शर्ट में मंगेश है।
दो बार दुकान की रेकी की, मंगेश ने लूट के लिए बाइक चुराई DGP प्रशांत कुमार ने कहा था- 29 अगस्त को हुई डकैती की वारदात से पहले 13 और 15 अगस्त को ज्वेलरी की दुकान की रेकी की गई। डकैती में मंगेश यादव सीधे तौर पर शामिल था। उसने ही डकैती में इस्तेमाल गाड़ी जौनपुर से चुराई थी। मंगेश उन 5 लोगों में शामिल था, जो ज्वेलरी शॉप में हथियार लेकर घुसे और डेढ़ करोड़ की डकैती की।
ADG कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने कहा था- घटना को अंजाम देने वाले गैंग का लीडर विपिन सिंह है। हमारे पास वीडियो भी है। घटना को अंजाम देने के लिए दो समूह में अपराधी पहुंचे थे। पहले समूह में फुरकान, अनुज, अरबाज, मंगेश यादव और अंकित यादव पहुंचकर दुकान में घुसे। दूसरे समूह में विपिन सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद, विवेक और दुर्गेश दुकान ने बाहर खड़े होकर घेराबंदी की।
फुटेज में हल्के हरे कलर की शर्ट में मंगेश यादव है, जो दुकानदार को बंदूक दिखा रहा है।
मास्टर माइंड से मिली थी आरोपियों की लीड ADG जोन एसबी शिरोडकर ने बताया- 2 बार ज्वेलरी शॉप की रेकी की फुटेज भी पुलिस के पास है। 15 अगस्त को जो रेकी की गई, उसमें फुटेज के आधार पर मौके पर विपिन और सचिन थे। इससे पहले वाली रेकी 2 बाइक से की गई थी। इसी बाइक का इस्तेमाल घटना में हुआ था। इसे जौनपुर से चुराया गया था।
अब पढ़िए पुलिस ने कैसे मंगेश का एनकाउंटर किया था…
यह फोटो मंगेश एनकाउंटर के घटनास्थल की है।
सुल्तानपुर में ज्वेलरी शॉप में दिनदहाड़े डकैती में आरोपी मंगेश यादव का पुलिस ने 5 सितंबर को एनकाउंटर किया था। 1 लाख का इनामी मंगेश अंधेरे का फायदा उठाकर भाग रहा था। STF ने उसे घेरा तो वह फायरिंग करने लगा, पुलिस ने जवाबी फायरिंग में उसे गोली मार दी।
पुलिस उसे अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मंगेश जौनपुर बक्सा तहसील के अंगरौरा गांव का रहने वाला था।
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सुल्तानपुर की ज्वेलरी शॉप में डकैती के एक और आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का नाम अजय यादव उर्फ डीएम है। वह 29 अगस्त को हुई डकैती के बाद से फरार था। उस पर एक लाख का इनाम था। पढ़ें पूरी खबर