आरोपियों के पास से दवाओं और मेडिकल सामान सहित कुल ₹1,12,744 का सामान जब्त किया गया है।
सूरत के लिंबायत और डिंडोली इलाके में फर्जी डॉक्टरों का जाल मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। इसे लेकर पुलिस ने सख्त कदम उठाए हैं। डिंडोली इलाके में 6 फर्जी डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद, लिंबायत पुलिस ने तीन और फर्जी डॉक्टरों को पकड़ा है। बीते दो दि
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आरोपियों के पास से दवाओं और मेडिकल सामान सहित कुल ₹1,12,744 का सामान जब्त किया गया है। आरोपियों के खिलाफ BNS 2023 की धारा 125 और गुजरात मेडिकल प्रैक्टिशनर एक्ट की धारा 30 के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस ने फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने की अपील की है।
आरोपियों ने केवल 10वीं और 12वीं तक पढ़ाई की है। इनके पास से एलोपैथिक दवाएं बरामद हुई हैं।
BEMS की फेक डिग्री भी जब्त लिंबायत पुलिस स्टेशन के पीएसआई डी.आर. ओडेदरा और उनकी सर्विलांस टीम को सूचना मिली थी कि लिंबायत इलाके में कुछ फर्जी डॉक्टर प्रैक्टिस कर रहे हैं। इस सूचना के आधार पर तीन अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की गई और तीन फर्जी डॉक्टरों को दवा और मेडिकल सामान सहित गिरफ्तार किया गया।
इनके पास से BEMS डिग्री बरामद की गई है। ये तीनों फर्जी डॉक्टर पिछले चार-पांच साल से नकली डिग्री के आधार पर क्लीनिक चला रहे थे। ये फर्जी डिग्री इन्होंने नकली डिग्री घोटाले के मुख्य आरोपी रशेष गुजराथी से खरीदी थी। आरोपियों ने केवल 10वीं और 12वीं तक पढ़ाई की है। इनके पास से एलोपैथिक दवाएं बरामद हुई हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की यहां चल रही थी क्लीनिक 1 धर्मराज बैजनाथ यादव (उम्र 48), निवासी मंगल पांडे हॉल के पास, लिंबायत, मूलत: जौनपुर निवासी है। क्लीनिकों का नाम: कीरन क्लीनिक। 2 राजेश रामकिशोर यादव (उम्र 54), निवासी संजय नगर, लिंबायत, मूलत: जौनपुर, उत्तर प्रदेश निवासी है। क्लीनिकों का नाम: साईं दर्शन क्लीनिक। 3 दिना आदित्य कलिता (उम्र 34), निवासी जलाराम नगर सोसाइटी, पूणा मूलत: कामरूप, असम निवासी है। क्लीनिकों का नाम: मीनल क्लीनिक।