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सूरत में वाटर कूलर में किसी ने सल्फास मिलाया: पानी पीने से ज्वैलरी कंपनी के 120 रत्न कलाकारों की तबीयत बिगड़ी, दो की हालत गंभीर – Gujarat News


कापोद्रा इलाके की अनभ जेम्स कंपनी का मामला।

गुजरात के सूरत में कापोद्रा इलाके के मिलेनियम कॉम्प्लेक्स में ‘अनभ जेम्स’ में बुधवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अचानक एक के बाद एक रत्न कलाकारों की तबीयत बिगड़ने लगी। 120 रत्न कलाकार बीमार हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किरण अस्पत

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बदबू आने पर की गई थी वाटर कूलर की जांच

कापोद्रा पुलिस स्टेशन के इंचार्ज पीआई कुलदीप सिंह चावड़ा ने बताया कि घटना सुबह 10 बजे की है, जब कर्मचारियों ने पानी में बदबू महसूस की। वाटर कूलर की जांच करने पर उसमें सल्फास का पैकेट मिला। पानी के सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है, लेकिन वाटर कूलर के पास कोई कैमरा नहीं होने के कारण पुलिस को जांच में कठिनाई हो रही है। अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन पुलिस ने एनसी (नॉन कॉग्निजेबल ऑफेंस) दर्ज कर ली है। मामले की जांच जारी है।

सल्फास के पैकेट का रेपर पूरा नहीं खोल पाया था आरोपी

कर्मचारियों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है।

आरोपी ने सल्फास का जो पैकेट वाटर कूलर में डाला था, वह पूरी तरह से खुल नहीं पाया था। सल्फास की पुड़िया को खोलने के बाद उसमें एक और परत होती है, जिसे हटाने के बाद ही गोलियां बाहर आती हैं। लेकिन आरोपी ने केवल बाहरी पैकिंग हटाई और पुड़िया को वैसे ही वाटर कूलर में डाल दिया, जिससे जहर पूरी तरह पानी में घुल नहीं पाया।

पुलिस पानी की सप्लाई और स्टोरेज सिस्टम की जांच कर रही

फैक्ट्री की जांच करती हुई पुलिस।

पुलिस के अनुसार यह घटना साजिश के तहत अंजाम दी गई हो सकती है, क्योंकि फिल्टर प्लांट में जानबूझकर दवा मिलाना दर्शाता है कि किसी ने यह काम सोच-समझकर किया है। कंपनी के मालिक ने भी इस मामले में अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस पानी की सप्लाई और स्टोरेज सिस्टम की जांच कर रही है।

जहरीला पदार्थ हार्ट और नर्वस सिस्टम पर असर डाल सकता है

किरण अस्पताल के डॉक्टर मेहुल पांचाल ने बताया कि दोपहर करीब 12:30 बजे अस्पताल में 104 मरीज लाए गए, जिनमें से दो की हालत नाजुक बनी हुई है। शेष को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। पीड़ितों ने जो पानी पिया उसमें जहरीले रसायन की पुष्टि हुई है, जिससे हार्ट और नर्वस सिस्टम पर असर हो सकता है। डॉक्टर निगरानी कर रहे हैं।

सल्फास का पूरा पैकेट पानी में नहीं घुल पाया, इसलिए जनहानि नहीं हुई यह किस्मत का ही मामला था कि आरोपी ने सल्फास के पैकेट के अंतिम रैपर को नहीं हटाया, जिससे पानी में जहर पूरी तरह घुल नहीं पाया। कंपनी के मालिक ने भी सतर्कता दिखाते हुए तुरंत सभी कर्मचारियों को अस्पताल भिजवाया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। फिलहाल कुछ मरीजों को किरण और कुछ को डायमंड अस्पताल में भर्ती कराया है। -आलोक कुमार, डीसीपी



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