पर्यटन विभाग की जमीन पर बने हुए घर।
गुरुग्राम के सोहना में पर्यटन विभाग अपनी जमीन से अवैध कब्जे हटाने की तैयारी में है। विभाग की कुल 44 एकड़ जमीन में से साढ़े 9 एकड़ पर अवैध कब्जे हैं। इन कब्जों में करीब 150 परिवारों के मकान और दुकानें शामिल हैं।
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सोहना कस्बे में पर्यटन विभाग की करीब 44 एकड़ भूमि है। जिसमें टूरिस्ट काम्पलेक्स के अलावा कई अवैध कालोनियां भी बसी हुई हैं। ऐसी कालोनियों में पहाड़ कालोनी, नट कालोनी आदि शामिल हैं। विभाग की भूमि पर लोगों ने वर्षों से अवैध कब्जे करके अपने मकान, दुकान निर्मित किये हुए हैं।
कोर्ट में मामला होने से रुका काम
लोग सरकारी भूमि को निजी मानकर उपयोग करने में लगे हैं। बीते करीब 10 वर्ष पूर्व पर्यटन विभाग ने भूमि को खाली कराने की कवायद शुरू की थी। लेकिन अदालती दांवपेंच व राजनीतिक दखलंदाजी के चलते भूमि खाली नहीं हो सकी थी।
पर्यटन विभाग की भूमि पर बसे लोगों ने अदालती जंग में भी मात खा ली है। इसके अलावा एसडीएम ने भी पर्यटन विभाग की भूमि पर किए कब्जों को खाली कराने के फरमान जारी किए हुए हैं।
डेढ़ सौ परिवारों पर लटकी तलवार
सोहना में पर्यटन विभाग की भूमि पर बसे करीब डेढ़ सौ परिवारों पर विभागीय कार्रवाई किए जाने की तलवार लटकी हुई है। ऐसे लोगों ने वर्षों से अवैध कब्जे किए हुए हैं। जिससे उनके बेघर होने की संभावना है।
पर्यटन विभाग की भूमि पर नगरपरिषद, बिजली, पब्लिक हेल्थ आदि विभागों ने लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराने पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च कर डाली है। जिससे उक्त विभागों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगने लगे हैं।
पर्यटन विभाग के मैनेजर का बयान
सोहना पर्यटन विभाग के मैनेजर सुनील शर्मा बताते हैं कि विभाग की करीब साढ़े नौ एकड़ भूमि पर अवैध कब्जे हैं। जिसमें लोगों ने अपने मकान, दुकान आदि निर्मित किए हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अवैध कब्जाधारी लोग एसडीएम सोहना व कोर्ट से भी हार चुके हैं। जिसके चलते जल्द ही विभाग की भूमि को कब्जा मुक्त कराया जाएगा।