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शिक्षा विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री पोशाक योजना के तहत सरकारी प्रारंभिक, मध्य, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों, गैर सरकारी मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक प्रारंभिक, मध्य, माध्यमिक,उच्च माध्यमिक विद्यालयों, अनुदानित एवं प्रस्वीकृत मदरसा, संस्कृत विद्यालयों तथा वित्तरहित अनुदानित, प्रस्वीकृत माध्यमिक,उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 1 लीं से 8वीं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं तथा कक्षा 9वीं से 12वीं में अध्ययनरत छात्राओं को पोशाक का रंग अब विभाग ने तय कर दिया है।शिक्षा विभाग ने यह माना है कि राज्य के विद्यालयों का सतत निरीक्षण के दौरान यह संज्ञान में आया कि राज्य के अलग-अलग जिलों के विद्यालयों में छात्र-छात्रा अलग-अलग रंग के पोशाक में विद्यालय आते है। इसका मुख्य कारण यह है कि शिक्षा विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री पोशाक योजना के तहत छात्र-छात्राओं को पोशाक के कपड़े का रंग निर्धारित नहीं है, जिसके कारण राज्य के अलग-अलग जिलों के विद्यालयों में छात्र-छात्रा अलग-अलग रंग के पोशाक में देखे जाते हैं।इसे देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि कक्षा 1 लीं से 8वीं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं तथा कक्षा 9वीं से 12वीं में अध्ययनरत छात्राओं के पोशाक के कपड़े का रंग अब निर्धारित मानदंडों के आधार पर होगा ताकि एकरूपता रहे। इसके अनुसार वर्ग 1 से 8वीं छात्रा के समीज या शर्ट का रंग आसमानी नीला, दुपट्टा व हाफ जैकेट गहरा नीला एवं सलवार या स्कर्ट भी गहरा नीला रंग का होगा।वही छात्रों का शर्ट आसमानी नीला एवं पैंट गहरा नीला रंग का होगा।वही वर्ग 9वीं से 12 के लिए छात्राओं के समीज का रंग आसमानी नीला, दुपट्टा या हाफ जैकेट जिसमें जैकेट समीज के आगे के हिस्से में सिला हुआ होगा का रंग एवं सलवार का रंग गहरा नीला होगा। विभागीय आदेश के अनुसार छात्र-छात्राओं के पोशाक की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए अधिक प्रतिशत सूती मिश्रित कपड़ा क्रय किया जायेगा।वही अगली शिक्षक अभिभावक बैठक में अभिभावकों से लिखित घोषणा पत्र भी लिया जायेगा ताकि जिस प्रयोजन के लिए सरकार राशि दे रही है उसी प्रयोजनार्थ खर्च करना है।