ओलिंपियन नीरज चोपड़ा के साथ सात फेरे लेने वाली हिमानी मोर स्पोर्टस में सोनीपत का जाना माना चेहरा है। हिमानी ने टेनिस में कई खिताब अपने नाम किए हैं। परिवार चार दिन से सोनीपत से बाहर था, जहां कि हिमानी और नीरज चोपड़ा की शादी की रस्में निभाई जा रही थी। हि
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हिमानी मोर वर्तमान में अमेरिका के न्यू हैंपशायर में फ्रैंकलिन पियर्स यूनिवर्सिटी में ‘स्पोर्ट्स मैनेजमेंट’ की पढ़ाई कर रही है। इससे पहले उन्होंने दिल्ली के मिरांडा हाउस कॉलेज से राजनीति विज्ञान और शारीरिक शिक्षा में स्नातक की डिग्री पूरी की थी। हिमानी का परिवार मूल रूप से सोनीपत में जीटी रोड पर स्थित गांव लड़सौली का रहने वाला है। वहां उनके पता चांद मोर ने बड़ा स्टेडियम भी बनाया है। चांद सोनीपत के SBI बैंक से करीब दो माह पहले ही रिटायर हुए हैं।
हिमांशी की मां मीना और पिता पिता चांद ने बेटी को स्पोर्टस में आगे ले जाने के लिए कड़ी मेहनत की है। मां मीना अपनी बेटी को टेनिस स्टार बनाने के लिए गांव लड़सौली में अपना घर छोड़कर कई साल तक सोनीपत शहर में किराए के मकान में रही है। मां भी कोच रही है और उसने एनआईएस किया हुआ हैं।
मां की तपस्या से कुंदन बनी हिमानी
हिमानी मोर की मां मीना सोनीपत के लिटिल एंजल्स स्कूल में बतौर पीटीआई टीचर रही हैं। हिमानी मोर की टेनिस खेल में रुचि पैदा करने वाली उसकी मां थी। अपनी बेटी को टेनिस के खेल में पारंगत करने के लिए मैदान पर भी बहुत ज्यादा प्रैक्टिस करवाती थी। उसकी मां की तपस्या में ही हिमानी कुंदन बनी हैं। टेनिस के खेल के सारे गुर अपनी मां से सीखे हैं।
चौथी कक्षा में वह छोटी सी लड़की टेनिस के खेल में जब मैदान पर उतरती थी तो हर कोई उसके खेल को देखकर यह जरूर कहता था की लड़की बहुत आगे जाएगी। पिता चांद भी रेसलर रहें हैं। हिमानी के दो चचेरे भाई भी इंटरनेशनल खिलाडी रहें हैं। हिमानी मोर का छोटा भाई हिमांशु भी टेनिस खिलाड़ी है।
हिमानी ने खेलों में कमाया नाम
सोनीपत में टेनिस सनसनी हिमानी मोर को मार्च 2018 में दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज में लगातार दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी के खिताब से नवाजा गया। हिमानी सोनीपत के लिटल एंजल्स स्कूल में पढ़ी है और खेल में जिले का नाम कई बार रोशन कर चुकी है।
हिमानी ने वर्ष 2017-18 में ताइवान में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी टेनिस चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया था। इस चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाली वह प्रदेश से अकेली महिला खिलाड़ी थी। इसके पहले उन्होंने ग्वालियर में आयोजित आइटा रैं¨कग टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया था। भारत में हिमानी की टेनिस के एकल वर्ग में 34वीं तथा युगल वर्ग में 24वीं रैंक रही है।
ओलिंपिक में पदक जीतना हिमानी का सपना हिमानी मोर का एकमात्र सपना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का झंडा बुलंद करना रहा है। खासतौर पर वह ओलिंपिक में पीला मेडल जीतना चाहती है। हिमानी के खाते में जिला व राज्य स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर की बहुत सी उपलब्धियां दर्ज हैं।