हिसार में बिजली की तारों पर लटकर जाता बंदर।
हिसार नगर निगम कल (शनिवार से) बंदर पकड़ने का अभियान शुरू करने जा रहा है। बंदर पकड़ने के कार्य की शुरुआत कल सुबह 10 बजे आजाद नगर से की जाएगी। इसकी शुरुआत मेयर प्रवीण पोपली करेंगे।
.
इस दौरान पकड़ने वाली एजेंसी के कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे। एजेंसी ने बंदर पकड़ने के लिए लगभग 6 टीमें लगाई हैं, जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों में एक साथ कार्य करेगी। एजेंसी का एक वर्ष के लिए बंदर पकड़ने का कार्य दिया गया है।
इस कार्य के लिए एजेंसी का प्रति बंदर 1550 रुपए दिए जाएंगे। एजेंसी बंदर पकड़ने से लेकर उसको फिरोजपुर झिरका के जंगलों में छोड़ने का कार्य करेगी। बता दें, कि नगर निगम ने अपने बजट में करीब 2 करोड़ रुपए का बजट बंदर पकड़ने के लिए रखा था।
हिसार नगर निगम एरिया में करीब 5 हजार बंदर हैं। सबसे ज्यादा बंदर आउटर साइड में हैं जो समय-समय पर भोजन की तलाश में शहर में आ जाते हैं और आतंक फैलाते हैं। इससे पूर्व कई लोग बंदरों के आतंक का सामना कर चुके हैं। बंदर समय-समय पर हिंसक होकर लोगों को काट जाते हैं।
हिसार में समय-समय पर एजेंसियां बंदर पकड़ने का काम करती रही हैं।
पिछली बार से ज्यादा चुका रहा नगर निगम नगर निगम की ओर से बंदर पकड़ने का खर्च बढ़ता जा रहा है। 2024 में बंदर पकड़ने के लिए नगर निगम ने एजेंसी को 1429 रुपए के हिसाब से खर्चा दिया था। एजेंसी ने काम भी शुरू किया, मगर एजेंसी के काम में कई कमियां थी और बंदर पकड़ने की रफ्तार काफी धीमी थी।
एजेंसी ने कुछ महीने काम किया इसके बाद टेंडर रद कर दिया गया। अब 2025 में प्रति बंदर 1550 रुपए का ठेका दिया गया है। अब देखना है कि एजेंसी अपना काम किस प्रकार से करेगी। पिछले कुछ सालों में शहर में तेजी से बंदरों की आबादी बढ़ी है।
निगम कुत्तों, बंदरों, गाय पर 8 करोड़ खर्च कर रहा
इस बार बजट में कुत्तों, बंदरों और गोवंश के लिए अलग से बजट रखा है। तीनों पर नगर निगम करीब पौने 8 करोड़ की राशि खर्च करेगा। कुत्तों के वैक्सीनेशन पर 70 लाख, बंदर पकड़ने के लिए 2 करोड़ और गोवंश के लिए 5 करोड़ का बजट का प्रावधान रखा गया है।