डॉ मीनाक्षी राणा, खण्ड कृषि अधिकारी, उकलाना।
हिसार के उकलाना में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा 2025 के लिए फसल विविधीकरण एवं जल संरक्षण को प्रोत्साहन योजना के तहत किसानों को धान की सीधी बुवाई के लिए प्रेरित करने के लिए विभिन्न मदों में सहायता राशि उपलब्ध करवाने का फैसला लिया गया है।
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उकलाना की खण्ड कृषि अधिकारी डॉ मीनाक्षी राणा ने बताया कि हरियाणा में 12 जिलों में इस योजना को चालू किया गया है, जिसमें हिसार जिला और उकलाना ब्लॉक भी शामिल है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 10 हजार एकड़ में धान की सीधी बुवाई हेतु 4.50 करोड़ राशि का प्रावधान किया गया है।
सीधी बिजाई करवाने का लक्ष्य निर्धारित
जिसमें उकलाना ब्लॉक में 1600 एकड़ में सीधी बिजाई करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रत्येक किसान को धान की सीधी बुवाई हेतु प्रति एकड़ 4500 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। किसान प्रोत्साहन राशि के लिए अधिकतम क्षेत्रफल की कोई सीमा नहीं है। इच्छुक किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर 10 जुलाई तक पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।
3 प्रशिक्षण शिविर उकलाना में लगाये जायेंगे
डॉ मीनाक्षी राणा ने बताया कि कमेटी के सत्यापन उपरांत राशि संबंधित किसानों के खातों में डाल दी जाएगी। किसानों की जानकारी के लिए विभाग द्वारा 40 प्रशिक्षण शिविर लगाने हेतु 4 लाख का प्रावधान किया गया है। जिसमें 3 प्रशिक्षण शिविर उकलाना में लगाये जायेंगे।
प्रति मशीन 40 हजार रुपए का अनुदान
डॉ मीनाक्षी राणा ने बताया कि इसके अतिरिक्त हिसार जिले में 40 डीएसआर मशीनों पर प्रति मशीन 40 हजार रुपए का अनुदान भी दिया जाएगा, जो 2 स्कीमों 25000-15000 स्कैम के अन्तर्गत उपलब्ध होगा। इसके लिए किसानों के पास ट्रैक्टर की वैध आरसी तथा किसानों द्वारा पिछले तीन वर्षों में मशीन अनुदान पर ना दी हो।
उन्होंने कहा कि धान की सीधी बुवाई तकनीक में समय, पानी, ऊर्जा एवं पर्यावरण की बचत होती है। इसमें किसानों को आर्थिक लाभ तो होता ही है, साथ ही पर्यावरण का संरक्षण भी होता है। उन्होंने किसानों से कहा कि वे इस योजना को ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं।