शराब कारोबारी शांतनु। (फाइल फोटो)
कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में हुए शराब कारोबारी शांतनु हत्याकांड के छह दिन बाद भी पुलिस शूटर्स को पकड़ नहीं पाई। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और यूपी में दबिश दे रही हैं। इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में पुलिस ने एक शूट
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जानकारी के मुताबिक, BA की पढ़ाई कर रहा रोमिल पिछले आठ महीनों में संगीन जुर्मों की कतार में खड़ा हो चुका है। शुभम पंडित से नजदीकी के चलते रोमिल काला राणा गैंग का हिस्सा बन गया। यमुनानगर के तिहरे शराब ठेकेदारों के हत्याकांड से लेकर इमिग्रेशन सेंटर पर फायरिंग और पंजाबी गायक पिंकी धालीवाल के घर रंगदारी फायरिंग तक, उसका नाम हर जगह जुड़ा।
ऑडियो सवा साल पुराना
शराब कारोबारी शांतनु को धमकी वाला ऑडियो करीब सवा साल पुराना मिला। पुलिस जांच में सामने आया है कि शांतनु को पिपली और शाहाबाद में शराब का ठेका नहीं लेने के लिए धमकी जरूर मिली थी, लेकिन ऑडियो क्लिप सवा साल पुरानी है। उस समय शांतनु ने वाकई में ठेके लेने के लिए पर्ची नहीं डाली थी।
हर बार नया अकाउंट
कुरुक्षेत्र और यमुनानगर में हुए हत्याकांड में गैंग ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट शेयर कर जिम्मेदारी ली। यमुनानगर में करीब छह महीने पहले शराब कारोबारी अर्जुन उन्हेड़ी, वीरेंद्र राणा और पंकज मलिक के हत्याकांड में इंस्टाग्राम अकाउंट पर noni_rana777 और शांतनु हत्याकांड में noni_rana077 आईडी से मैसेज किया गया। हालांकि दोनों अकाउंट नॉनी राणा के नाम से बनाए गए थे।
शांतनु ग्रुप बड़ा शराब कारोबारी
हरियाणा में शांतनु ग्रुप शराब का बड़ा कारोबारी माना जाता है। कुरुक्षेत्र जिले में 28 में से 16 ठेके इसी ग्रुप को मिले थे। 11 जिलों में इसका कारोबार फैला था। माना जाता है कि अकेले शांतनु ग्रुप ही 1200 करोड़ रुपए से अधिक राजस्व देता रहा है, लेकिन 13 जून को ग्रुप के ओनर झज्जर जिले के मातन गांव निवासी शांतनु की रोमिल ने अपने साथी के साथ मिलकर हत्या कर दी।
2 लाख का इनाम रखा
एसपी नीतिश अग्रवाल के मुताबिक, रोमिल का पोस्टर जारी किया जा चुका है। रोमिल की सूचना देने वाले को 2 लाख रुपए का इनाम रखा गया है। पुलिस को सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। रोमिल की गिरफ्तारी के लिए CIA-1, CIA-2 समेत सात टीमें काम कर रही हैं। इसके अलावा STF अंबाला की टीम भी लगी है।