2019 में भी कर चुका है विभागीय पैसों का गबन।
सीहोर के रेहटी वन परिक्षेत्र में बीट गार्ड ने पौधों की सुरक्षा के लिए लगाई गई 13.65 लाख रुपए की तार फेंसिंग को गायब कर दिया। मामले को छिपाने के लिए उसने चोरी की झूठी शिकायत दर्ज कराई।
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खजूरी बीट में 4 जगहों पर पौधारोपण की सुरक्षा के लिए बीट गार्ड रघुवीर सिंह चौहान को विभाग ने तार फेंसिंग सौंपी थी। चौहान ने इस फेंसिंग को बेचने की योजना बनाई। उन्होंने चकल्दी गांव के एक ऑटो चालक से कहा कि फेंसिंग के करीब 100 बंडल कबाड़े की दुकान पर रख दे।
झूठी शिकायत दर्ज कराई जब ऑटो चालक बंडल ले जा रहा था, तब चौहान ने रेहटी थाने में तार चोरी की झूठी शिकायत दर्ज करा दी। इसके बाद ऑटो चालक और कबाड़ी को पकड़वा दिया। जांच के दौरान पूरा षड्यंत्र उजागर हो गया।
विभागीय पैसे गबन करने का आरोप डीएफओ एसएस डाबर ने जांच के बाद बीट गार्ड को दोषी पाया और उन्हें निलंबित कर दिया। तार फेंसिंग के पैसे बीट गार्ड के वेतन से वसूली जाएगी। ये पहला मामला नहीं है, चौहान ने 2019 में भी विभागीय पैसों का गबन किया था, जिसके लिए उन्हें पहले भी निलंबित किया जा चुका है।