धार के ऐतिहासिक श्री दुर्गा विनायक गणपति मंदिर का जीर्णोद्धार जल्द शुरू होने वाला है। नगर पालिका ने इस 133 वर्ष पुराने मंदिर के नवीनीकरण के लिए 3 करोड़ 41 लाख रुपए की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट धर्मस्व विभाग को भेजी गई है।
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मंदिर के जीर्णोद्धार में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे। मंदिर की संरचना को और मजबूत बनाया जाएगा। इसमें लकड़ी का विशेष उपयोग किया जाएगा। मंदिर का प्रवेश द्वार आकर्षक हेरिटेज लुक में तैयार किया जाएगा।
इस परियोजना में मंदिर परिसर में 28 नई दुकानों का निर्माण प्रस्तावित है। ये दुकानें मंदिर के लिए स्थायी आय का स्रोत बनेंगी। संभागायुक्त दीपक सिंह ने इस प्रोजेक्ट को विशेष महत्व दिया है। उन्होंने धार कलेक्टर के रूप में भी इस परियोजना पर काम किया था। उनके निर्देश पर ही नगर पालिका ने यह डीपीआर तैयार की है।
133 वर्ष पुराने मंदिर का नवीनीकरण 3 करोड़ 41 लाख रुपए से होगा।
मंदिर का है ऐतिहासिक महत्व
बता दें कि, सन 1891 में स्थापित श्री दुर्गा विनायक गणपति मंदिर क्षेत्र के लोगों की आस्था और शक्ति-भक्ति का केंद्र है। श्रद्धालुओं का मानना है कि भगवान गणेश यहां हर मन्नत पूरी करते हैं। दरअसल, सन 2018 में मंदिर में भीषण आगजनी की घटना हुई थी, जिससे 22 दुकानें और मंदिर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद से ही मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग उठने लगी थी।
13 हजार वर्ग फीट में होगा जीर्णोद्धार
मंदिर का जीर्णोद्धार 13,000 वर्ग फीट क्षेत्र में किया जाएगा। इसमें भजन मंडल के लिए एक विशाल हाल, बगीचे और फाउंटेन का निर्माण होगा। पिछले हिस्से में वाहन पार्किंग की व्यवस्था भी की जाएगी। वर्तमान में उपलब्ध पार्किंग का उचित उपयोग नहीं हो पा रहा है, जिसे इस योजना के तहत सुधारने की योजना है।
आधुनिकता का मेल
यह जीर्णोद्धार न केवल मंदिर की धार्मिक महत्ता को बनाए रखेगा, बल्कि आधुनिक सुविधाओं से श्रद्धालुओं का अनुभव भी बेहतर बनाएगा। साथ ही जीर्णोद्धार न केवल श्रद्धालुओं के लिए नई सुविधाएं उपलब्ध करेगा, बल्कि मंदिर की सुंदरता को भी चार चांद लगाएगा। धर्मस्व विभाग से मंजूरी मिलते ही कार्य शुरू किया जाएगा।