छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से शुरू होगा। 18 जुलाई तक चलने वाले सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें होंगी। यह सत्र मौजूदा विधानसभा भवन का आखिरी सत्र होगा। दिसंबर में होने वाला शीतकालीन सत्र नवा रायपुर की नई विधानसभा बिल्डिंग में होगा। नवंबर
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खेती-किसानी के समय होने वाले इस सत्र के दौरान विपक्ष राज्य सरकार को किसानों की समस्याओं को लेकर घेरेगी। जिस तरह से इस बार खाद संकट की स्थिति पूरे प्रदेश में है, इसे देखते हुए कांग्रेस के पास यह बड़ा मुद्दा है। आगामी सत्र के लिए भाजपा सरकार के पिछले 17 महीने के कार्यकाल की बड़ी नाकामियों के साथ जनहित से जुड़े मुद्दों की लिस्ट भी कांग्रेस तैयार कर रही है। कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस सरकार पर लगातार हमलावर है।
ऑनलाइन सवालों की ओर बढ़ा रुझान
छत्तीसगढ़ विधानसभा पूरी तरह से ऑनलाइन मोड पर चलने लगी है। विधायकों से अधिकांश सवाल ऑनलाइन माध्यमों से लिए जाते हैं। बहुत कम ही सवाल हैं जो ऑफलाइन मोड में स्वीकार किए जाते हैं, लेकिन 95 फीसदी सवाल ही ऑनलाइन आ रहे हैं। इससे विधायकों का रुझान सवाल पूछने के प्रति काफी बढ़ा है। इसके लिए विधायकों व अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है।
55 एकड़ के भवन से नवा रायपुर के 51 एकड़ के भवन में होगी शिफ्टिंग
सेक्टर-19 में तैयार हो रहा नया भवन 95% पूरा, 200 सदस्यों की बैठक व्यवस्था
नवा रायपुर के सेक्टर-19 में 51 एकड़ भूमि पर विधानसभा का नया भवन तैयार हो रहा है। इसका 95 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है। सितंबर तक यह पूरा कर लिया जाएगा। विधानसभा सचिवालय की शिफ्टिंग भी सितंबर-अक्टूबर में पूरी कर ली जाएगी। नए भवन के निर्माण को तीन प्रमुख विंग में बांटा गया है। इनमें विधानसभा सचिवालय, विधानसभा सदन और सेंट्रल हॉल परिसर शामिल है। नए भवन को 200 विधायकों की बैठक के हिसाब से तैयार किया गया है।
14 दिसंबर 2001 से बरौंदा में बने भवन में संचालित हो रही है विधानसभा
राज्य बनने के बाद 14 दिसंबर 2000 को छत्तीसगढ़ विधानसभा का प्रथम ऐतिहासिक सत्र राजधानी रायपुर के राजकुमार कॉलेज के ‘जशपुर हॉल’ में हुआ। चंकि वह अस्थाई व्यवस्था थी इसलिए दूसरे सत्र के लिए बरौंदा स्थित भवन को नए सिरे से डिजाइन किया गया और द्वितीय सत्र 27 फरवरी, 2001 से नवनिर्मित विधानसभा भवन में शुरू हुआ। यह भवन रायपुर बलौदाबाजार मार्ग पर ग्राम बरौंदा में विधान नगर में स्थित है, जो लगभग 55 एकड़ क्षेत्र में है।
विपक्ष के सवालों की जवाब देने तैयार है सरकार
राज्य सरकार की ओर से लगातार कांग्रेस के हमलों का करारा जवाब दिया जा रहा है। चाहे कानून व्यवस्था को लेकर हो, चाहे अन्य किसी दूसरे मुद्दे पर। सरकार के मंत्री और विधायक पूरे आंकड़ों के साथ विपक्ष की बोलती बंद करते रहे हैं। सत्र के दौरान भी विधानसभा के अंदर कमोबेश की स्थिति देखने को मिलेगी, क्योंकि हर बार की तरह इस बार भी कांग्रेस किन मुद्दों पर सरकार को घेर सकती है और उसका किस तरह से जवाब देना है, इसकी तैयारी राज्य सरकार की ओर से की जा रही है।