लखनऊ में लगातार 5 दिनों तक भक्तिकालीन सन्तों की गाथा सुनाई जायेगी। राधा स्नेह दरबार के द्वारा 28 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक भक्तमाल कथा का आयोजन किया जा रहा है। विशेष आयोजन लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की तीसरी शताब्दी के अवसर पर उन्हें समर्पित किया जाएगा।
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संबंधित कार्यक्रम के बारे में राधा स्नेह दरबार की अध्यक्ष बिन्दू बोरा ने बताया कि लखनऊ में पहली बार भक्तमाल कथा का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम प्रतिदिन दोपहर 3:00 बजे से शाम 6 : 00 बजे तक बीरबल साहनी मार्ग स्थित श्रीश्याम मन्दिर परिसर में होगा। बिंदु बोरा ने बताया कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने आज से लगभग ढाई सौ वर्ष पूर्व काशी विश्वनाथ मंदिर, महाकालेश्वर मंदिर और द्वादश ज्योतिर्लिंगों समेत लगभग एक हजार से अधिक मन्दिरों का जीर्णोद्धार कराकर सनातन संस्कृति के संरक्षण का कार्य किया था। राधा स्नेह दरबार की ओर से महिलाओं द्वारा उनकी तीसरी शताब्दी पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कथा प्रवक्ता ब्रजभक्त वैष्णवाचार्य रमाकान्त गोस्वामी महाराज होंगे जिन्होंने ब्रज में अनेक मन्दिरों का जीर्णोद्धार कराया है। बिंदु ने बताया कि श्रीश्याम परिवार के सहयोग से हो रहे भक्तमाल कथा के पहले दिन संत सूरदास, दूसरे दिन संत तुलसीदास, तीसरे दिन भक्त मीराबाई, चौथे दिन नरसी मेहता का चरित्र होगा। अन्तिम दिन दो दिसम्बर को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक नानीबाई का मायरा का आयोजन होगा उसके बाद सभी भक्तों में प्रसाद वितरण किया जाएगा।