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AK-47, इंसास जैसे हथियार सरोज के पास कहां से आए: गांव में दो गुटों में बंटे लोग, पत्नी बोली–मुखिया मेरे पति को मार डालेगा – Bihar News


सस्पेंडेड ASI सरोज सिंह के घर से जब्त AK-47, इंसास और कार्बाइन जैसे हथियार कहां से आए? छापेमारी के 7 दिन बाद भी बिहार पुलिस इस सवाल का जवाब नहीं ढूंढ़ पाई है।

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हथियार के कोड को डिकोड नहीं कर पाई है। पुलिस इसके लिए एक्सपर्ट से मदद लेगी। हथियारों के कोड और सीरियल नंबर से संकेत मिल रहे हैं कि हथियार किसी सरकारी खजाने का हो सकता है।

वहीं, पूर्व DGP अभयानंद ने बताया, ‘बिहार में अभी ऐसा कोई एक्सपर्ट नहीं है जो हथियार के कोड को डिकोड कर सके।’

बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने 6 जून की सुबह सरोज सिंह के समस्तीपुर और पटना वाले घर पर छापेमारी की। उसके घर से भारी मात्रा में आधुनिक हथियार, जिंदा कारतूस, नोट गिनने की मशीन और 1 करोड़ 40 लाख रुपए कैश, करोड़ों की जमीन खरीद-बिक्री के कागज जब्त किए गए।

सरोज सिंह के गांव से ग्राउंड रिपोर्ट…।

हथियार पर मिला सरकारी कोड

बरामद AK-47 की लंबाई 14 अंगुल, बैरल 24 अंगुल और बॉडी 13 अंगुल की है। एक्सटेंशन रॉड पर कोड 57650, रोटेटिंग बोर्ड पर 66644 और बॉडी पर 27 अंकित है।

दूसरी ओर, 30.06 इंसास राइफल पर ‘स्पाटिंग राइफल 166109096 RFI 20267-17’ और बैरल पर ‘CE40/11697/Rf16’ लिखा मिला, जो यह इशारा करता है कि यह सरकारी खजाने का हो सकता है।

पूर्व डीजीपी अभयानंद ने बताया, ‘हर हथियार का एक यूनिक आर्सेनल नंबर होता है, जो उसकी पहचान होती है। इससे यह पता चलता है कि यह हथियार कहां और किस साल बना है। इससे यह जानकारी मिलती है कि इसे किस फैक्ट्री में किस बैच में बनाया गया है।’

छापेमारी के बाद डरे-सहमे लोग

छापेमारी के 5 दिन बाद हम (भास्कर रिपोर्टर) सरोज सिंह के गांव सुल्तानपुर पहुंचे। गंगा किनारे बसे इस गांव में लोग पुलिस की छापेमारी के बाद डरे-सहमे हुए हैं। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

हालांकि, गांव दो गुटों में बंटा दिखा। लोगों का मानना है कि मुखिया प्रिंस सिंह और सरोज सिंह के बीच आपसी रंजिश है। यह छापेमारी उसी रंजिश का नतीजा है। लोगों के अंदर खौप इतना है कि लोग कैमरे के सामने बात करने को तैयार नहीं थे।

मुखिया सरोज को मार डालेगा

सरोज सिंह की पत्नी ने कहा, ‘मीडिया ने गलत-गलत चीजें दिखाकर हमें बदनाम कर दिया है।’ काफी कोशिश के बाद सरोज की छोटी बहन रूबी घर के बाहर आईं। घर पर बने गोली के निशान दिखाते हुए कहा, ‘मुखिया हमारे भैया को मार डालेगा।’

रूबी, सरोज सिंह की पत्नी हेमा सिंह और चाची- तीनों ने एक सुर में आरोप लगाया, ‘यह पूरा मामला पंचायत मुखिया प्रिंस सिंह की साजिश है। दोनों में तालाब को लेकर विवाद हुआ था और उसी दौरान हमारे घर पर गोलीबारी हुई थी।’

पुलिस ने खुद से हथियार रखकर फंसाया

रूबी ने आरोप लगाया, ‘छापेमारी के दिन पुलिस ने खुद से हथियार रखकर फोटो खींचे और मेरे भाई को फंसा दिया। सरोज सिंह सस्पेंड नहीं हुए थे, बल्कि एक्सीडेंट और बच्चों के इलाज के चलते छुट्टी पर थे। बाद में प्रिंस सिंह ने ही अपने अप्रोच से भाई को सस्पेंड करवाया था।’

उन्होंने कहा, ‘प्रिंस सिंह के साथ जमीन को लेकर विवाद है। मुखिया की पहुंच ऊपर तक है। उसी विवाद को लेकर वह यह सबकुछ करा रहा है। भैया और प्रिंस दोनों पहले दोस्त थे। भैया ने ही मुखिया के चुनाव में सहायता की थी। जब प्रिंस सिंह चुनाव जीत गया तो जमीन हड़पने लगा। इसका मेरे भैया विरोध करने लगे तो वह जान का दुश्मन बन गया।’

‘100 बीघा जमीन के विवाद पर रूबी ने कहा, ‘हमारा पट्टीदारों के साथ जमीन को लेकर विवाद है। हमारे जमीन पर पट्टीदार जबरदस्ती कब्जा जमाते हैं। जब हम लोग अपनी जमीन के लिए लड़ाई लड़ते हैं तो लोग कहते हैं कि सरोज सिंह दूसरे की जमीन पर कब्जा कर रहा है।’

‘मुखिया की हत्या के लिए हथियार जुटा रहा था सरोज’

सरोज सिंह के घरवालों के बार-बार लगाए गए आरोपों के बाद हमने पंचायत के मुखिया प्रिंस सिंह से बात करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। उनके करीबी राजेश सिंह ने बताया, ‘सरोज सिंह लंबे समय से इलाके में अवैध रूप से हथियारों का भय दिखाकर लोगों की जमीन पर कब्जा करता था।’

सरोज सिंह के घर से कई हथियार बरामद किए गए हैं।

राजेश सिंह ने कहा, ‘प्रिंस सिंह ने जनहित में पुलिस को जानकारी दी थी। सरोज सिंह बार-बार गांव में AK-47 लहराता था। लोगों को डराता धमकाता था। किसानों की फसल काट लेता था। वहीं, जमीनें जबरन कब्जा करता था।’

सरोज सिंह की पत्नी और बहन के आरोपों पर राजेश ने कहा, ‘अगर प्रिंस सिंह जमीन हड़पते तो सरोज सिंह के खिलाफ थाने में क्यों शिकायत जाती थी। प्रिंस सिंह ने प्रशासन के साथ मिलकर पिछले साल भी और इस साल भी सरोज सिंह के कब्जा किए गए जमीन से फसल कटवाया और किसानों को दिया। सरोज प्रिंस की हत्या करवा देना चाहता था। इसलिए हथियार इकट्ठा कर रहा था।’

अभी ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है

छापेमारी के दिन सरोज सिंह पटना वाले घर में नहीं, बल्कि गांव में था। STF ने सुल्तानपुर वाले घर से हथियार और कारतूस बरामद किए। जबकि, पटना वाले मकान से 1 करोड़ 40 लाख रुपए नकद, नोट गिनने की मशीन और करोड़ों की जमीन खरीद-बिक्री से संबंधित दस्तावेज मिले।

शाहपुर पटोरी के डीएसपी बीके मेधावी ने बताया, ‘अभी पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है। फिलहाल पूछताछ में सरोज सिंह ने कुछ नहीं बताया है। हथियार कहां से आए और किस उद्देश्य से इकट्ठा किए गए थे।’

‘हथियार को वेपन एक्सपर्ट के पास भेजा जा रहा है। ताकि पता लगाया जा सके कि यह हथियार कहां से आए हैं? हथियार सरकारी खजाने से लिया गया है या तस्करी का है, इसकी जांच में हो रही है।’



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