मुरैना के जौरा कस्बे स्थित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में गुरुवार को बीआरसीसी आरएस जादौन द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में स्व सहायता समूह द्वारा प्राथमिक सेक्शन में मध्याह्न भोजन की व्यवस्था में गंभीर लापरवाही सामने आई। विद्यालय
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बता दें कि, बीआरसीसी आरएस जादौन ने गुरुवार को जौरा के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्राथमिक सेक्शन में मध्याह्न भोजन की स्थिति की जांच की। जांच में पाया गया कि स्व सहायता समूह, जिसे विद्यालय में बच्चों के भोजन की जिम्मेदारी दी गई है, वह अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने में असफल साबित हुआ है। स्व सहायता समूह का संचालन गौरव शर्मा और रामस्वरूप शर्मा करते हैं। जांच में सामने आया कि उनके पास भोजन बनाने के लिए जरूरी राशन उपलब्ध नहीं था। स्कूल के किचन में ताला लगा हुआ था और भोजन बनाने की कोई प्रक्रिया नहीं चल रही थी।
स्कूल के प्राचार्य।
यह पाई गई लापरवाही
विद्यालय में बच्चों के भोजन के लिए राशन उपलब्ध नहीं था।
भोजन बनाने की जिम्मेदारी दो महिलाओं को सौंपी गई है, लेकिन मौके पर केवल एक महिला उपस्थित पाई गई।
किचन में ताला लगा हुआ था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि भोजन बनाने की प्रक्रिया निष्क्रिय थी। बच्चों को मध्याह्न भोजन देने की अनिवार्यता का पालन नहीं किया गया।
अभिभावकों और स्थानीय लोगों में नाराजगी लापरवाही की जानकारी मिलने के बाद अभिभावकों और स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है। बच्चों के भोजन का ध्यान रखना सरकार और स्व सहायता समूह की प्राथमिक जिम्मेदारी है, लेकिन इस मामले में बच्चों को इससे वंचित किया जा रहा है।
BRCC
यह की गई कार्रवाई
बीआरसीसी ने अधिकारियों को इस मामले की रिपोर्ट सौंपी है और दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के संकेत दिए हैं। यदि सुधार नहीं हुआ, तो समूह का अनुबंध रद्द किया जा सकता है।
बीआरसीसी की प्रतिक्रिया
आरएस जादौन ने इसे गंभीर लापरवाही करार दिया और स्व सहायता समूह के कार्यों की विस्तृत जांच के आदेश दिए। उन्होंने विद्यालय के प्रबंधन और समूह को सख्त निर्देश दिए कि बच्चों के मध्याह्न भोजन की व्यवस्था में
सुधार किया जाए।