डी एड डिप्लोमा कैंडिडेट नियुक्ति की मांग को लेकर ने शुक्रवार को रायपुर के तेलीबांधा तालाब में चाय बांट कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थी एक कप चाय न्याय के लिए का पोस्टर लेकर खड़े रहे। इस दौरान लोगो को चाय देकर सरकार द्वारा नियुक्ति नही द
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गौरतलब है सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर 2 अक्टूबर से प्रदेश के अलग अलग जिलों से आए अभ्यर्थी नवा रायपुर ते तूंता धरना स्थल पर आंदोलन कर रहे है। इससे पहले नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने बुधवार को जल सत्याग्रह किया था। इस दौरान उन्होंने सांकेतिक जल समाधि ली थी।
तेलीबांधा तालाब में चाय बांट कर प्रदर्शन करते डी.एड अभ्यर्थी।
आंदोलन का दसवां दिन
अभ्यर्थियों ने बताया कि आंदोलन को 10 दिन हो गए लेकिन सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं दिख रही है। अभी तक सरकार के तरफ से किसी भी प्रतिनिधि अधिकारियों ने हमसे बात की है। तूंता धरना स्थल में तमाम असुविधाओं के बीच करीब 500 अभ्यर्थी अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे है । और आज अपने परिवार से दूर रहकर धरना स्थल में ही दशहरा मानने के लिए मजबूर है।
एक कप चाय न्याय के लिए
कैंडिडेट ने कहा कि शुक्रवार को नवमी तिथि थी। सरकार नवमी के दिन भी नारी शक्ति को अनदेखा कर उन्हे धरना स्थल पर अकेले छोड़ दी है, और आज वे इस नवरात्रि दशहरा त्योहार में भी अपने घर परिवार से दूर सड़कों पर न्याय पाने चाय बाट रहें हैं।
हमारी एक ही मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पालन करते हुए डीएड अभ्यर्थियों को जल्द सहायक शिक्षक पद पर नियुक्ति दिया जाए और यदि मांग पूरी नहीं होती है तो हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
सरकार नही ले रही निर्णय
अभ्यर्थियों ने कहा कि, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी सरकार हमारी नियुक्ति को लेकर फैसला नहीं ले पा रही है। 2 अप्रैल को हाईकोर्ट का आदेश आया था। जिसमें छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने कहा था कि डिप्लोमा अभ्यर्थियों को 6 सप्ताह के भीतर नियुक्ति दी जाए। लेकिन हमारी नियुक्ति अब तक नहीं हुई है।
अभ्यर्थी काउंसिलिंग करा कर साल भर से भटक रहे
अभ्यर्थियों ने बताया कि, विभाग और सरकार ने हाईकोर्ट की तरफ से जारी आदेश को नहीं माना। इस आदेश के खिलाफ बीएड अभ्यर्थियों और सरकार दोनों ने सुप्रीम कोर्ट में 8 याचिकाएं दायर की थी। सरकार और बीएड अभ्यर्थियों के इन सभी मामलों को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने भी 28 अगस्त 2024 को विभाग को आदेश दिए कि डीएड/डिप्लोमा अभ्यर्थियों को जल्द नियुक्ति दी जाए।
वहीं, हाईकोर्ट के आदेश को आए 8 महीने हो गए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को आए 1 महीने से अधिक हो गए। अभ्यर्थी काउंसिलिंग करा कर साल भर से भटक रहें हैं। लेकिन अभी तक हमें नियुक्ति नहीं मिली है।