भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) में टूरिस्ट स्पॉट को सेफ जोन बनाने को लेकर हुए सर्वे पर पिछले 5 दिन से वर्कशॉप चल रही है। इसका मकसद पर्यटन स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा बेहतर करना है। वर्कशॉप में एक्सपर्ट्स और अलग-अलग जगहों
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कॉमन सुझाव, साफ हो शौचालय
MANIT के आर्किटेक्चर और प्लानिंग डिपार्टमेंट से वर्कशॉप के को-ऑर्डिनेटर डॉ. सुप्रिया व्यास, डॉ. नेहा प्रणव कोल्हे और डॉ. जगदीश सिंह रहे। डॉ. नेहा ने बताया कि सबसे पहले और सबसे जरूरी मांग सभी टूरिस्ट स्पॉट पर साफ-सुथरे और आसानी से इस्तेमाल होने वाले टॉयलेट (शौचालय) की रखी गई। वहां साफ-साफ साइनबोर्ड भी लगे होने चाहिए। ये मांग हर उम्र की महिलाओं के लिए है।
सर्वे में भाग लेने वाले 23% महिलाएं मिडिल एज की
वर्कशॉप में अलग-अलग उम्र की महिलाओं से बात करके उनकी सुरक्षा को लेकर राय ली गई। कुल 456 महिलाओं ने सर्वे में भाग लिया। जिनमें 15% टीनएजर्स, 21% युवा, 22% युवा एडल्ट, 23% मिडिल एज और 19% सीनियर सिटिजन शामिल थीं। सर्वे में 13 खास बातों पर जोर दिया गया, जैसे कि साफ और सही से काम करने वाले टॉयलेट, अच्छी रोशनी वाले एरिया, बैठने के लिए आरामदायक बेंच और सही दिशा बताने वाले साइनबोर्ड समेत अन्य।
वर्कशॉप के आखिरी दिन भोपाल के बड़े तालाब के आसपास फील्ड सर्वे किया गया।
एक्सपर्ट्स की सलाह
गवर्नमेंट होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज की डॉ. जूही गुप्ता ने कहा कि सैनिटरी किट, इमरजेंसी में डॉक्टर तक पहुंच और सुरक्षा के लिए तैयारी जरूरी है। रक्षिता वेलफेयर सोसाइटी की डॉ. ब्रीज त्रिपाठी ने सेल्फ-डिफेंस ट्रेनिंग, सेफ्टी ऐप और सोशल मीडिया से जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। वर्कशॉप के आखिरी दिन भोपाल के बड़े तालाब के आसपास फील्ड सर्वे किया। जिसमें को-ऑर्डिनेटर, एक्सपर्ट्स और वर्कशॉप में आए लोग मौजूद थे।