Last Updated:
Vastu Defect: पीसीओएस एक गंभीर समस्या है जो न सिर्फ शारीरिक तकलीफ देती है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ाती है. अगर बार-बार इलाज के बावजूद आराम नहीं मिल रहा, तो एक बार अपने घर का वास्तु भी ज़रूर देखें.
इस वजह से भी हो सकती है PCOS की समस्या
हाइलाइट्स
- पीसीओएस से राहत न मिलने पर घर का वास्तु जांचें.
- नॉर्थ-ईस्ट दिशा में गड़बड़ी पीसीओएस बढ़ा सकती है.
- ईस्ट-नॉर्थ-ईस्ट में रुकावट हार्मोनल समस्याएं दे सकती है.
Vastu Defect: आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में सेहत से जुड़ी परेशानियां आम हो गई हैं, खासकर महिलाओं में एक बीमारी तेजी से बढ़ रही है पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम. कई बार महिलाएं इलाज करवाती हैं, डॉक्टरी जांचें करवाती हैं, लेकिन फिर भी उन्हें राहत नहीं मिलती. ऐसे में एक पहलू और भी है जिसे अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है घर का वास्तु दोष. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं इंदौर निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह.
अगर आपके घर में उत्तर-पूर्व दिशा यानी नॉर्थ-ईस्ट या उससे थोड़ी और उत्तर दिशा (नॉर्थ-नॉर्थ-ईस्ट) में कोई गड़बड़ी है, जैसे कि कोई भारी सामान रखा हो, गंदगी हो, बाथरूम बना हो या इस हिस्से को बंद कर दिया गया हो, तो ये पीसीओएस जैसी बीमारियों को बढ़ावा दे सकता है. इस दिशा को हमेशा साफ, खुला और हल्का रखना चाहिए.
ईस्ट-नॉर्थ-ईस्ट दिशा में रुकावट
एक और दिशा है ईस्ट नॉर्थ ईस्ट, अगर इस जगह पर कोई अड़चन है, जैसे टॉयलेट बना हुआ है या अंधेरा और गंदगी है, तो महिलाओं को हार्मोनल गड़बड़ियां और पीरियड से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं. इस दिशा में प्राकृतिक रोशनी का आना और हवा का बहाव ज़रूरी होता है.
अगर आपके घर की दक्षिण दिशा में किचन बना है या पानी का टैंक, हैंडपंप या बोरिंग है, तो यह भी महिलाओं की सेहत पर बुरा असर डाल सकता है. इस दिशा में आग या पानी का तत्व नहीं होना चाहिए.
क्या करें उपाय?
1. वास्तु की जांच किसी जानकार से कराएं – बिना तोड़फोड़ के भी सुधार किए जा सकते हैं.
2. नॉर्थ-ईस्ट को साफ-सुथरा रखें – यहां तुलसी का पौधा रखें, हल्का रंग करवाएं.
3. ईस्ट-नॉर्थ-ईस्ट में रोशनी आने दें – पर्दे हटा दें, अगर टॉयलेट है तो वहां साफ-सफाई और खुशबू बनाए रखें.
4. साउथ साइड में पानी का बहाव रोकें – हो सके तो पानी का स्रोत दूसरी दिशा में शिफ्ट करवाएं.