प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित मधुबनी में आगमन को लेकर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। इस हमले में देश के 26 पर्यटकों की जान चली गई थी
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घटना के विरोध में गया समेत कई शहरों में कैंडल मार्च और प्रदर्शन हो चुके हैं। लोगों की मांग है कि भारत सरकार पाकिस्तान और उसके द्वारा पाले गए आतंकियों पर कड़ा एक्शन ले। पहलगाम जैसी घटनाएं न केवल मानवता को शर्मसार करती हैं, बल्कि देश की अखंडता को भी चुनौती देती हैं। ऐसे माहौल में प्रधानमंत्री का बिहार दौरा सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बन गया है।
इसी क्रम में मंगलवार को गया जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और Government Railway Police (GRP) ने संयुक्त रूप से फ्लैग मार्च किया। आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक बनारसी यादव और जीआरपी थाना अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया।
निगरानी रखने का दिलाया भरोसा
फ्लैग मार्च प्लेटफॉर्मों और यात्री परिक्षेत्र में किया गया, जहां यात्रियों को सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत देने की अपील की गई। अधिकारियों ने यात्रियों को भरोसा दिलाया कि उनकी सुरक्षा सर्वोपरि है और हर स्तर पर निगरानी रखी जा रही है।
फ्लैग मार्च में सुरक्षा बलों की मजबूत उपस्थिति ने यात्रियों में विश्वास भी बढ़ाया। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि प्रधानमंत्री के दौरे तक अलर्ट मोड जारी रहेगा।