11 मिनट पहले
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वरुण धवन और श्रद्धा कपूर बचपन के दोस्त हैं। एक बार जब दोनों के पिता शक्ति कपूर और डेविड धवन किसी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, तब 8 साल की श्रद्धा भी सेट पर मौजूद थीं। उन्हें वरुण से गहरा लगाव हो गया था। यहां तक कि वो वरुण को प्रपोज करने के लिए पहाड़ों पर ले गई थीं। हालांकि इस प्रपोजल को एक्टर ने ठुकरा दिया था। इस बात से नाराज होकर श्रद्धा ने वरुण की पिटाई करवा दी थी।
छठी क्लास में नताशा से मिले थे
यूट्यूबर शुभंकर मिश्रा के साथ बातचीत में वरुण ने कहा- जब मैंने पहली बार नताशा (वरुण धवन की पत्नी) को देखा था, तो मुझे लगा था कि वो वहीं लड़की हैं। मैं छठी क्लास में था। फिर भी मुझे उनके साथ एक कनेक्शन महसूस हआ।
इस पर शो के होस्ट ने कहा- क्या इसी वजह से आपने श्रद्धा कपूर को रिजेक्ट कर दिया था। इस पर वरुण ने हंसते हुए कहा- नहीं, नहीं।
फिर एक्टर ने आगे कहा- हम आठ साल के थे। इस उम्र में कौन लड़का किसी लड़की को पसंद करता है? मैं इस बात से उलझन में था कि वह (श्रद्धा) मुझे पहाड़ों पर क्यों ले जा रही थी। वहां जो कुछ भी हुआ, हम सभी जानते हैं। लेकिन मैं आपको उसके बाद ही कहानी बताता हूं।
‘प्रपोजल न एक्सेप्ट करने पर श्रद्धा ने लड़कों से पिटवाया’
वरुण ने कहा- श्रद्धा का दसवां बर्थडे था। उसने मुझे अपने बर्थडे पार्टी पर इनवाइट किया था। उसने फ्रॉक पहनी हुई थी। उस समय, लगभग 4 लड़के थे जो श्रद्धा से प्यार करते थे। एक यह बर्थडे पार्टी थी, इसलिए हम सभी जंपिंग बैग से खेल रहे थे। अचानक, मैं इन लड़कों से घिर गया और उन लोगों ने मुझसे पूछा- तुम्हें श्रद्धा पसंद क्यों नहीं है?
फिर उन लोगों ने कहा- नहीं, नहीं, तुम्हें उसे पसंद करना होगा।
उन्होंने मुझसे लड़ना शुरू कर दिया। फिर मेरी पिटाई हुई। उसने उन लड़कों से मुझे पिटवाया क्योंकि मैं उसका प्रपोजल स्वीकार नहीं कर रहा था।
वरुण ने कहा- श्रद्धा की खूबसूरती देख मुझे अपने फैसले पर पछतावा हुआ
वरुण ने आगे कहा- टीनेज में श्रद्धा बहुत खूबसूरत हो गई थी। हम अलग-अलग स्कूलों में थे। उसके स्कूल में डांडिया कॉम्पिटिशन था, जिसमें मैंने भी पार्टिसिपेट किया था। वहां भी मैं मुश्किल में पड़ गया था, क्योंकि मैंने किसी को डांडिया स्टिक से मारा था। मैं अपनी जान बचाने के लिए भाग रहा था। मैं छिपने की कोशिश कर रहा था, तभी मैंने एक लड़की को धीमी गति से चलते देखा। यह श्रद्धा कपूर थी। उस दिन, वह बेहद खूबसूरत लग रही थी। उस दिन, मुझे उसे मना करने का पछतावा हुआ। फिर हम दोस्त बन गए।