अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी।
पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा शुरू किए गए नशा विरोधी अभियान को अमृतसर जिले में बड़ी सफलता मिली है। जिले की 860 पंचायतों में से 715 पंचायतों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर यह ऐलान किया है कि वे नशा बेचने वालों, लूटपाट करने वालों और अपराधि
.
डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने इस फैसले को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि यदि हमें पंजाब से नशा खत्म करना है, तो सबसे पहले अपने गांवों से इसकी सफाई करनी होगी। उन्होंने कहा कि पंचायतों से अपील की गई थी कि वे नशा तस्करों की सिफारिश करने के बजाय पुलिस प्रशासन को उनका मुकाबला करने के लिए प्रोत्साहित करें।
अब तक 715 पंचायतों ने प्रस्ताव पारित कर प्रशासन का साथ देने का ऐलान किया है, जबकि बाकी पंचायतों से बातचीत जारी है।
पंजाब की कई पंचायतें नशे के खिलाफ मते ला रही हैं।
किन क्षेत्रों की पंचायतों ने प्रस्ताव पास किए?
- अजनाला ब्लॉक – 64 पंचायतें
- अटारी ब्लॉक – 52 पंचायतें
- चोगावां ब्लॉक – 90 पंचायतें
- हरसा छीना ब्लॉक – 64 पंचायतें
- जंडियाला ब्लॉक – 48 पंचायतें
- मजीठा ब्लॉक – 95 पंचायतें
- रमदास ब्लॉक – 60 पंचायतें
- रईया ब्लॉक – 87 पंचायतें
- तरसिक्का ब्लॉक – 83 पंचायतें
- वेरका ब्लॉक – 72 पंचायतें
खेल मैदान और पुनर्वास केंद्र बनाए जाएंगे
डीसी साक्षी साहनी ने बताया कि नशे से मुक्त होने वाले युवाओं के पुनर्वास के लिए मुफ्त इलाज और खाने की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा, पंचायतों के सहयोग से गांवों में खेल स्टेडियम बनाए जाएंगे ताकि नौजवान खेलों में व्यस्त रहें और नशे से दूर रहें।
नशा छुड़ाने वालों को मिलेगी सहायता
सरकार मुफ्त पुनर्वास केंद्रों में नशा पीड़ितों का इलाज कराएगी। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अगर वे किसी नशे के शिकार व्यक्ति का इलाज कराना चाहते हैं, तो प्रशासन उनकी हर संभव मदद करेगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान का अभियान हो रहा सफल
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब में नशे के खिलाफ जारी मुहिम को पंचायतों का बड़ा समर्थन मिला है। प्रशासन ने पंचायतों के इस फैसले को नशे के खिलाफ एक बड़ा कदम बताया है और उम्मीद जताई है कि जल्द ही पूरा जिला नशा मुक्त पंजाब बनाने के अभियान में शामिल होगा।