दो अलग-अलग मामलों में 6 लोगों को पकड़ा।
अमृतसर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में अमेरिका स्थित खतरनाक गैंगस्टर प्रभ दासूवाल के लिए काम करने वाले 6 युवकों को गिरफ्तार किया है। थाना सदर पुलिस और सीआईए स्टाफ-3 की संयुक्त टीम ने दो अलग-अलग मामलों में यह कार्रवाई की।
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पकड़े गए आरोपियों में रोहित, सुखराज और जुगराज मोहाली के एक पीजी में रहते थे। ये तीनों गैंगस्टर दासूवाल के निर्देश पर हत्या की रेकी करने के साथ-साथ अपराधियों को हथियार भी सप्लाई करते थे। इन्होंने तरनतारन में एक व्यक्ति की भर्ती भी की थी और एक बड़ी वारदात की योजना बना रहे थे।
अन्य गिरफ्तार आरोपियों में अर्शदीप सिंह उर्फ विक्की (19), प्रिंसदीप सिंह उर्फ प्रिंस (18.5) और अनमोल सिंह (19) शामिल हैं। सभी आरोपी सोशल मीडिया एप के जरिए दासूवाल के संपर्क में थे। पुलिस के अनुसार, इन्हीं के द्वारा सप्लाई किए गए हथियारों का इस्तेमाल तरनतारन जिले के पट्टी में सरपंच राजविंदर सिंह तलवंडी की हत्या में किया गया था।
तीन लोगों ने पिस्तौल निकालकर लूटपाट की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 304(2), 3(5) बीएनएस और 25/54/59 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। यह मामला एक शिकायत पर आधारित है, जिसमें सचदीप सिंह नामक व्यक्ति की एक्टिवा को तीन लोगों ने रात करीब 11 बजे मजीठा रोड पर रोककर चाबी छीन ली थी।
जब शिकायतकर्ता ने विरोध किया तो पीछे खड़े व्यक्ति ने अपनी डिग्गी से पिस्तौल निकाल ली। तीन व्यक्तियों ने पिस्तौल की नोक पर हथियार छीन लिया और मौके से फरार हो गए, जिसके बाद अमृतसर के सदर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर अमृतसर के निर्देश पर पुलिस स्टेशन सदर, अमृतसर की पुलिस टीम हर पहलू से मामले की जांच की ओर पिस्तौल के बल पर एक्टिवा छीनने वाले अर्शदीप (19) सिंह उर्फ विक्की निवासी गांव मरडी कलां, थाना मजीठा, अमृतसर और प्रिंसदीप सिंह (साढ़े 18 साल) उर्फ प्रिंस निवासी गांव मेटला, थाना श्री हरगोबिंदरपुर, जिला गुरदासपुर, को 12 जनवरी को, 27 फीट रोड, मजीठा रोड और उसके तीसरे साथी अनमोल सिंह (19) निवासी पट्टी रोड, थाना भिखीविंड, जिला तरनतारन को 14 जनवरी को 88 फुट रोड, मजीठा रोड के क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
यह एक्टिवा प्रभु दासूवाल के इशारे पर चुराई गई थी। गिरफ्तार आरोपी अनमोल सिंह ने बताया कि उसने घटना में प्रयुक्त पिस्तौल अपने एक अन्य साथी (जुगराज सिंह) को दे दी थी। गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश करके रिमांड लिया गया।