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‘असिस गार्ड’ का अनुबंध खत्म तो सिर्फ 1 ऑप्शन बचेगा: टिकट सिस्टम मैन्यूवल करेंगे; 31 मई को पीएम इंदौर मेट्रो को दिखाएंगे हरी झंडी – Bhopal News


मेट्रो के काम में तुर्किए की कंपनी का ठेका होने से कांग्रेस भी विरोध कर रही है। कांग्रेसी ठेका निरस्त करने की मांग उठा रहे हैं।

भोपाल और इंदौर मेट्रो में ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम लगाने वाली तुर्किए की कंपनी ‘असिस गार्ड’ को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस ने 7 दिन के अंदर भोपाल-इंदौर मेट्रो के 10 स्टेशन पर लगे सभी सिस्टम उखाड़ फेंकने की चेतावनी दी है। इधर, 31 मई

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मेट्रो अफसरों की माने तो कंपनी का अनुबंध खत्म करने की स्थिति में एक ही ऑप्शन बच रहा है, जो मैन्युवली टिकट सिस्टम है। दरअसल, ‘असिस गार्ड’ के जिम्मे ही सबसे महत्वपूर्ण ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन यानी किराया लेने की पूरी प्रक्रिया का सिस्टम तैयार करने का काम है। जिसमें कार्ड के जरिए किराया लेने के बाद ही गेट खुलना भी शामिल है। यह कंपनी सिस्टम का पूरा मेंटेनेंस भी करेगी।

अनुबंध खत्म होने की स्थिति में कंपनी से काम नहीं लिया जा सकेगा। इसलिए मेट्रो कॉरपोरेशन मैन्युवली टिकट सिस्टम लागू कर सकता है। अफसरों के अनुसार, मैन्युवली सिस्टम के लिए अमला तैनात करना पड़ेगा। इसलिए प्लान तैयार कर रहे हैं। मेट्रो के जीएम (प्रोजेक्ट) अजय गुप्ता ने बताया, कंपनी के संबंध में वरिष्ठ स्तर पर चर्चा की जा रही है।

कांग्रेसियों ने बुधवार को भोपाल में मेट्रो कॉरपोरेशन के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया था। इस दौरान मेट्रो के जीएम प्रोजेक्ट अजय गुप्ता को आवेदन भी सौंपा गया।

पूर्व मंत्री बोले-तुर्किए मेट्रो में विस्फोट भी कर सकता है कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि तुर्किए की कंपनी का ठेका तुरंत निरस्त होना चाहिए। भोपाल और इंदौर के मेट्रो स्टेशन पर कंपनी ने जो सामान लगाया है, उसे बाहर निकाला जाए। तुर्किए पाकिस्तान का समर्थक है और भारत के खिलाफ उसके ड्रोन का इस्तेमाल हुआ है। यदि उसके इक्युपमेंट (संसाधन) मेट्रो स्टेशनों पर लगते हैं तो कोई भरोसा नहीं कि तुर्किए मेट्रो ट्रेन में विस्फोट भी कर दें। यदि अनुबंध निरस्त और सामान नहीं निकाला जाता है तो बड़ा प्रदर्शन करेंगे।

मंत्री विजयवर्गीय के इस ट्विट के बाद मामला सुर्खियों में आया… 19 मई को शाम 6.58 बजे डॉ. मोहन सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने ‘X’ पर एक पोस्ट लिखी। जिसमें उन्होंने कहा कि राष्ट्र सर्वोपरि…भारत विरोधी मानसिकता का कोई स्थान नहीं। हमारे लिए राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है। जो भी भारत की संप्रभुता के विरुद्ध खड़ा होगा, वह चाहे कोई भी क्यों न हो, उसके साथ किसी भी प्रकार की सहानुभूति या सहयोग असहनीय है।

मंत्री विजयवर्गीय ने आगे लिखा- गंभीर तथ्य यह है कि यही कंपनी असिस वर्तमान में भोपाल और इंदौर मेट्रो परियोजनाओं में डिजिटल प्रणाली के कार्य के लिए अनुबंधित है। इस संदर्भ में अधिकारियों को तथ्यों की गहन एवं निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं।

यदि यह पाया जाता है कि कंपनी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भारत विरोधी तत्वों से संबंध है या इसके उत्पादों का उपयोग भारत की सुरक्षा के विरुद्ध हुआ है तो कंपनी का अनुबंध समाप्त कर दिया जाएगा। हम राष्ट्र के सम्मान, सुरक्षा और आत्मगौरव के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे।

मंत्री ने इसलिए दिया यह बयान, जांच भी शुरू कैबिनेट मंत्री विजयवर्गीय ने बताया- सूत्रों के अनुसार, ‘असिस गार्ड’ के ड्रोन कथित तौर पर पाकिस्तान द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किए गए थे। अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कंपनी की भूमिका की गहन जांच की जाए। यदि यह साबित होता है कि कंपनी या उसके उत्पाद भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं, तो उसका अनुबंध तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया जाएगा। मंत्री के बयान के बाद मेट्रो अफसरों ने जांच भी शुरू कर दी।

भोपाल सांसद आलोक शर्मा भी दे चुके बयान

‘असिस’ को भोपाल-इंदौर में यह काम मिला एमपी मेट्रो कॉर्पोरेशन ने मेट्रो स्टेशनों पर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन के लिए साल 2024 में इंटरनेशनल टेंडर कॉल किए थे। कुल 3 कंपनियों ने टेंडर भरे थे। इनमें से एक तुर्किये की असिस इलेक्ट्रॉनिक ब्लिसिम सिस्टमेलेरी भी शामिल है। जबकि दो अन्य कंपनी- एनईसी कॉर्पोरेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और शेलिंग फॉस्क ग्लोबल डिजिटल टेक्नोलॉजी थीं।

230 करोड़ रुपए के टेंडर कॉल के मुकाबले तुर्किये की कंपनी ने 186 करोड़ 52 लाख रुपए की राशि टेंडर में दी थी। दूसरे स्थान पर एनईसी कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड ने 204.57 करोड़ का प्रस्ताव सौंपा था। इस हिसाब से तुर्किये की कंपनी को टेंडर हासिल हो गया।

टेंडर मिलने के बाद कंपनी ने स्टेशनों पर सिस्टम लगाने भी शुरू कर दिए। भोपाल में सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर और रानी कमलापति स्टेशन पर गेट्स लगाए जा चुके हैं। जबकि डीआरएम तिराहा, अलकापुरी और एम्स में काम चल रहा है।

इंदौर में भी 5 स्टेशन- गांधीनगर से सुपर कॉरिडोर-3 तक सिस्टम इंस्टॉल किया जा चुका है। भोपाल और इंदौर के पहले फेस के कुल 53 स्टेशनों पर कंपनी काम करेगी। कंपनी के जिम्मे सबसे महत्वपूर्ण ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन यानी किराया लेने की पूरी प्रक्रिया का सिस्टम तैयार करने का काम है। जिसमें कार्ड के जरिए किराया लेने के बाद ही गेट खुलना भी शामिल है। यह कंपनी सिस्टम का पूरा मेंटेनेंस भी करेगी।

भोपाल-इंदौर मेट्रो के फेयर कलेक्शन सिस्टम लगाने वाली ‘असिस गार्ड’ तुर्किये की कंपनी है।

असिस गार्ड का सोंगर ड्रोन 5 किमी के दायरे में काम करता है पाकिस्तानी सेना ने 9 और 10 मई को भारत पर तुर्किये निर्मित ‘सोंगर’ सशस्त्र ड्रोन लॉन्च किया था। केंद्र सरकार ने भी कहा था कि यह अंकारा स्थित रक्षा कंपनी असिस गार्ड द्वारा विकसित सोंगर ड्रोन है। यह तुर्किये सेना का पहला सशस्त्र ड्रोन है। पाकिस्तानी ड्रोन भारत की सीमा के बहुत नजदीकी इलाकों से लॉन्च किए गए थे।

असिस गार्ड की वेबसाइट पर उत्पाद पोर्टफोलियो पेज पर दी गई जानकारी के अनुसार, सोंगर पांच प्रकारों में उपलब्ध हैं। जिसमें एक गैर घातक भूमिका वाला भी है। पांचों वैरिएंट में उनके हथियारों के आधार पर अंतर किया गया है। 5.56 x 45 मिमी असॉल्ट राइफल, 2 x 40 मिमी ग्रेनेड लाॅन्चर, 6 x 40 ड्रम प्रकार ग्रेनेड लाॅन्चर और 3 x 81 मिमी मोर्टार ग्रिपर। गैर घातक संस्करण में आठ आंसू गैस या धुआं गैस के कनस्तर तक ले जाया जा सकता है।

ग्रेनेड-लॉन्चर संस्करण में नजदीकी हवाई सहायता क्षमता है और यह दो ग्रेनेड तक दाग सकता है। इनकी प्रभावी रेंज 400-450 मीटर है।

असिस गार्ड का यह ड्रोन वीडियो भेज सकता है। 5 किलोमीटर तक के दायरे में काम करता है।

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तुर्किए की कंपनी को भोपाल-इंदौर मेट्रो का ठेका, जांच होगी

भोपाल में मेट्रो स्टेशनों पर भी तुर्किए की कंपनी के सिस्टम लगे हैं।

भोपाल में मेट्रो स्टेशनों पर भी तुर्किए की कंपनी के सिस्टम लगे हैं।

मध्यप्रदेश के 2 बड़े शहर भोपाल और इंदौर में मेट्रो के ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम लगाने वाली ‘असिस गार्ड’ कंपनी तुर्किये की है। एक साल पहले कंपनी ने 53 स्टेशनों में सिस्टम लगाने के लिए 186.52 करोड़ रुपए में ठेका लिया था। इसी कंपनी को लेकर अब सियासत गरमा गई है।

डॉ. मोहन सरकार में नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयर्गीय ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा- इसी कंपनी के ड्रोन पाकिस्तान ने भारत पर गिराए थे। मंत्री विजयवर्गीय का विरोध उस समय आया है, जब इंदौर में मेट्रो के कमर्शियल रन को 10 दिन बचे हैं। पढ़े पूरी खबर

मेट्रो ऑफिस का घेराव करने पहुंचे कांग्रेसी; बोले- कंपनी से अनुबंध खत्म किया जाए

भोपाल-इंदौर मेट्रो में तुर्किए की कंपनी ‘असिस गार्ड’ का ठेका है। वह स्टेशनों पर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम लगा रही है। इसे लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और भोपाल सांसद आलोक शर्मा का बयान सामने आ चुका है। वहीं, अब कांग्रेस भी मैदान में उतर गई है।

बुधवार को पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने मेट्रो ऑफिस का घेराव किया। यहां पर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। शर्मा ने कहा कि तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया है। ऐसे में देश खतरे में है। सॉफ्टवेयर के जरिए तुर्की देश को संकट में डाल सकता है। सात दिन के अंदर टेंडर निरस्त होना चाहिए। पढ़े पूरी खबर



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