दिनेश निषाद की शनिवार को दोपहर बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। फाइल फोटो
गोरखपुर में शनिवार को दिन दहाड़े गोली मारकर हुई निषाद पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या के मामले में 11 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें 3 मृतक के चचेरे भाई हैं और 2 भतीजों सहित 8 लोगों को नामजद किया गया है। मृतक के छोटे भाई रमेश निषाद की तहरीर पर बेल
.
आरोप है कि इसी पिटाई के कुछ दिन बाद कांता की मौत हो गई थी। उसी मौत के मामले में बदला लेने के लिए दिनेश की हत्या की बात सामने आ रही है। गांव में चर्चा है कि भूखल निषाद के बेटे युगुल ही इस केस की पैरवी कर रहे थे। उसे भी अपनी जान का खतरा लग रहा था, जिसके बाद उसने अपने चचेरे भाईयों, बेटों व पट्टीदारों के साथ मिलकर यह कदम उठाया। इनपर हुई एफआईआर दिनेश के भाई रमेश की तहरीर पर युगुल निषाद, इंदल व सुरेंद्र निषाद, भतीजों (युगुल के बेटों) पंकज निषाद, प्रेम निषाद, पट्टीदार संजय निषाद, अनिल निषाद व संतोष निषाद पर एफआईआर दर्ज हुई है। इंदल व सुरेंद्र उसी कांता निषाद के बेटे हैं, जिनकी 6 साल पहले हत्या हुई थी। 3 अन्य लोगों को अज्ञात आरोपी बनाया गया है। इस मामले में पुलिस की दो टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हैं। आरोपियों के घर पर है ताला इस मामले में आरोपी बनाए गए युगुल निषाद का घर मृतक दिनेश के घर से थोड़ी ही दूर पर है। लेकिन उसके घर पर ताला लटका रहा। गांव के लोगों का कहना है कि परिवार मुंबई रहता है। दिनेश के घरवालों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही युगुल का परिवार मुंबई से वापस आया है। दिनेश के घर पर भी केवल महिलाएं ही बैठी नजर आईं। थाने का हिस्ट्रीशीटर था दिनेश दिनेश निषाद बेलीपार थाने का हिस्ट्रीशीटर था। उसपर हत्या सहित 29 केस दर्ज थे। दिनेश की पत्नी दो बच्चों के साथ मायके रहती है। डेढ़ साल से वह वहीं है। हालांकि घरवालों का कहना है कि उनमें कोई विवाद नहीं है बल्कि दिनेश की पत्नी उसी क्षेत्र में नौकरी करती है और बच्चे वहीं पढ़ते हैं। आज होगा अंतिम संस्कार दिनेश का अंतिम संस्कार रविवार को दोपहर 2 बजे के बाद होने की उम्मीद है। अंतिम संस्कार में भीड़ उमड़ने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि पट्टीदारी से जुड़ा विवाद होने के कारण गांव में किसी प्रकार के तनाव की स्थिति नजर नहीं आयी। गांव के लोग इस मामले में कुछ बोलने को तैयार नहीं थे। हालांकि ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई थी।
दिनेश के घर से 100 मीटर की दूरी पर शिवपूजन निषाद का घर है। शनिवार को ही उनके बेटे की शादी थी। धूमधाम से बारात निकलने की तैयारी चल रही थी लेकिन जैसे ही यह समाचार मिला, सभी तैयार होकर घर बैठे रहे। बैंड-बाजा नहीं बजाया गया और सादे तरीके से बारात विदा की गई। फिलहाल दिनेश के अंतिम संस्कार को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के इंतजाम किए हैं।