भोपाल के जंबूरी मैदान पर हुए महिला सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर मेट्रो, दतिया, सतना एयरपोर्ट का वर्चुअल लोकार्पण किया। पीएम ने लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को समर्पित डाक टिकट और सिक्का जारी किया। पीएम ने 483 करोड रुपए की लागत से बनने व
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भोपाल में हुए इसी महिला सम्मेलन के मंच से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उज्जैन में विकास कार्यों का वर्चुअल शिलान्यास करने वाले थे। उज्जैन के वर्चुअल लोकार्पण को लेकर दिल्ली से लेकर भोपाल और उज्जैन तक शुक्रवार देर रात तक असमंजस की स्थिति बनी रही।
आधी रात बदला गया मंच पर लगा बैक ड्रॉप शुक्रवार शाम सीएम डॉ मोहन यादव, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम भाजपा पदाधिकारियों ने सम्मेलन की तैयारियों को लेकर अंतिम दौर की वृहद बैठक की। उस दौरान कार्यक्रम के मंच पर लगे बैक ड्रॉप में सम्मेलन के दौरान होने वाली गतिविधियों और वर्चुअल लोकार्पण, शिलान्यास सहित कुल 6 कार्यक्रमों का उल्लेख था।
सीएम डॉ मोहन यादव, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम भाजपा पदाधिकारियों ने सम्मेलन की तैयारियों को लेकर अंतिम दौर की वृहद बैठक की
मंच पर बैक ड्रॉप में (राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान अलंकरण, लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर को समर्पित डाक टिकट एवं सिक्का जारी, दतिया तथा सतना एयरपोर्ट का लोकार्पण, इंदौर मेट्रो का लोकार्पण, 21 किमी क्षिप्रा घाट के निर्माण एवं क्षिप्रा कान्ह नदी पर 21 बैराज का शिलान्यास के साथ 483 करोड़ की लागत के 1271 नए अटल ग्राम सेवा सदन (पंचायत भवन) की प्रथम किश्त का अंतरण) इन सभी कार्यक्रमों का उल्लेख था। लेकिन, जब पीएमओ से उज्जैन के कार्यक्रम को लेकर सहमति नहीं मिली तो आधी रात को महिला सम्मेलन के मंच से बैक ड्रॉप बदला गया। नए बैक ड्रॉप में उज्जैन के कार्यक्रम को छोड़कर बाकी सभी कार्यक्रम यथावत लिखे गए।
दो बार बदला उज्जैन का कार्यक्रम, रात को हुआ कैंसिल शुक्रवार शाम करीब 5:30 बजे जारी हुए आदेश में उज्जैन में एयरपोर्ट के भूमिपूजन का कार्यक्रम तय किया गया। इसके बाद रात 9 बजे दूसरा संशोधित कार्यक्रम आया इसमें उज्जैन में 21 किमी क्षिप्रा घाट के निर्माण एवं क्षिप्रा कान्ह नदी पर 21 बैराज के शिलान्यास का कार्यक्रम तय किया गया। लेकिन रात करीब 10:45 बजे तीसरा प्रोग्राम जारी हुआ। इसमें उज्जैन के दोनों कार्यक्रम गायब हो गए। इसके बाद उज्जैन जिला प्रशासन, नगर निगम को रात करीब 11 बजे सूचना दी गई कि अब भोपाल का महिला सम्मेलन खत्म होने के बाद सीएम डॉ मोहन यादव खुद उज्जैन आएंगे और 21 किमी क्षिप्रा घाट के निर्माण एवं क्षिप्रा कान्ह नदी पर 21 बैराज का शिलान्यास करेंगे।
पीएमओ से उज्जैन के कार्यक्रम को लेकर सहमति नहीं मिली तो आधी रात को महिला सम्मेलन के मंच से बैक ड्रॉप बदला गया।
सीएम बोले- पीएम ने कहा संतों के साथ खुद भूमिपूजन करो देर शाम सीएम उज्जैन पहुंचे और क्षिप्रा के घाट निर्माण और क्षिप्रा-कान्ह नदी पर बनने वाले बैराजों का शिलान्यास किया। प्रोग्राम में हुए बदलाव को लेकर सीएम ने मीडिया से कहा- प्रधानमंत्री का खास आग्रह था कि घाट निर्माण के लिए खुद को जाना चाहिए। उज्जैन तीर्थ नगरी है। संतो के साथ भूमि पूजन करेंगे तो उसका आनंद अलग रहेगा। इसलिए अहिल्या माता का पूजन कर हमने भूमि पूजन किया है। इन घाटों में एक घाट का नाम अहिल्या माता के नाम से भी करने की घोषणा भी की है।