मध्यप्रदेश आरक्षक जीडी भर्ती परीक्षा 2023 में हुए फर्जीवाड़े के मामले में शिवपुरी जिले की सतनवाड़ा थाना पुलिस ने बुधवार को एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी का नाम निर्भय सिंह गुर्जर है। वह ग्राम डांडा खिरक जखौदा, थाना भंवरपुरा, तहसील घ
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इस फर्जीवाड़े में अब तक छह नामजद आरोपियों में से चार को गिरफ्तार किया जा चुका है।
11 दिन पहले पुलिस ने अंकेश रावत और धर्मेन्द्र गुर्जर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दोनों ग्राम बड़ी झूं, थाना भितरवार के रहने वाले हैं। जबकि,चार दिन पहले भूपेन्द्र सिंह गुर्जर निवासी ग्राम रजियावर, थाना डबरा ने न्यायालय में सरेंडर किया था।
बिहार से पकड़ा गया तकनीकी मददगार पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी अंकेश रावत की जगह परीक्षा में सॉल्वर को बैठाया गया था। इस सॉल्विंग गिरोह को तकनीकी सहयोग देने वाले राजकुमार पासवान को भी पुलिस ने तीन दिन पहले गिरफ्तार किया है। वह ग्राम मथुरापुरा, थाना नूरसराय, जिला नालंदा (बिहार) का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक वह परीक्षार्थियों के दस्तावेजों में बदलाव कराता था और सॉल्वर उपलब्ध कराने में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा था।
फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश फर्जीवाड़े में शामिल दो अन्य फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। करीब आठ दिन पहले सतनवाड़ा पुलिस ने मुरैना जिले के चंदूपुरा, थाना माताबसैया में रामनरेश गुर्जर के घर दबिश दी थी, लेकिन वह फरार मिला और उसके घर पर ताले मिले।
FIR में नामजद 6 आरोपी
- अंकेश रावत, ग्राम जतरथी, जिला ग्वालियर
- धर्मेन्द्र गुर्जर, ग्राम बड़ी झूं, जिला ग्वालियर
- निर्भय सिंह गुर्जर, ग्राम डांडा खिरक, जिला ग्वालियर
- भूपेन्द्र सिंह गुर्जर, ग्राम रजियावर, जिला ग्वालियर
- रामनरेश गुर्जर, ग्राम चंदू का पुरा, जिला मुरैना
- मोनू रावत, ग्राम बाबड़ी, जिला मुरैना
एसआईटी कर रही पूरी जांच पूरे मामले की जांच एसपी अमन सिंह राठौड़ द्वारा गठित एसआईटी टीम कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही फरार मुख्य आरोपियों के साथ सॉल्वर और दस्तावेजों में हेरफेर करने वाले अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।