इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (IGKV) में शुक्रवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के होने वाले नेशनल मीट का विरोध किया। NSUI ने इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति पर आरएसएस का दलाल होने का आरोप लगाया। उनके
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विरोध प्रदर्शन को लीड कर रहे NSUI के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित शर्मा ने बताया कि भाजपा की सरकार बनते ही प्रदेश के यूनिवर्सिटीज का संघीकरण किया जा रहा है। IGKV के पास शिक्षकों को तनख्वाह देने के लिए पैसे नहीं हैं। लेकिन ABVP के कार्यक्रम के लिए यूनिवर्सिटी को 11 दिनों के लिए संगठन के सुपुर्द कर दिया है।
IGKV गेट के बाहर प्रदर्शन करते हुए NSUI के नेता।
शर्मा ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय के भवन को राजनैतिक कार्यक्रम के लिए दिया जाना और इसे प्रमोट करना प्रत्यक्ष प्रमाण है कि स्टूडेंट के भविष्य और उनकी पढ़ाई को लेकर बिल्कुल गंभीर नहीं है। कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ABVP के कार्यक्रम के लिए प्रोफेसर और स्टूडेंट को निजी तौर पर नेवता भेज रहे हैं।
NSUI ने कहा- संघीकरण के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा
NSUI नेताओं ने आरोप लगाया कि केवल IGKV ही नहीं, बल्कि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय और महात्मा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति भी ABVP कार्यक्रमों में सक्रिय हैं। यही सब कारण हैं कि छत्तीसगढ़ का कोई विश्वविद्यालय NAAC-UGC की टॉप 100 सूची में नहीं है। NSUI ने इसे राज्य के लिए शर्मनाक बताते हुए कहा कि यदि इन मामलों में जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा।
ये रहे प्रदर्शन में शामिल हनी बग्गा (राष्ट्रीय सचिव), हेमंत पाल (प्रदेश महामंत्री), निखिल वंजारी, प्रशांत गोस्वामी (जिलाध्यक्ष), हरिओम तिवारी (वी.वी. अध्यक्ष), मेहताब हुसैन, कृणाल सिन्हा, विशाल कुकरेजा, विकास सिंह, वैभव मुजेवर, पूनेश्वर लहरे, प्रशांत चंद्रकार, शेख इमरान।
अंकित शर्मा, अनुज शुक्ला, अजय बंजारे, केतन वर्मा, रजत ठाकुर, श्रेयांश शुक्ला, आलोक सिंह, दिव्यांश श्रीवास्तव, मुनेश गौतम, प्रियांशु ठाकुर, शुभम शर्मा, लक्की साहू, राहुल गुप्ता, अंकित बंजारे, विनायक तिवारी, पार्थ चंद्रकार समेत कई छात्र नेता शामिल रहे।