इंदौर बीजेपी ने मंडल कार्यकारिणी गठन की प्रकिया तेज कर दी है। 9 अप्रैल से इसकी घोषणा होना शुरू हो जाएगी। बता दें कि इंदौर नगर संगठन ने मंडल अध्यक्षों को रामनवमी तक अपनी-अपनी कार्यकारिणी के नाम भाजपा कार्यालय पहुंचाने के निर्देश दिए थे। इंदौर में 35 म
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इंदौर बीजेपी नगर मीडिया प्रभारी रितेश तिवारी ने बताया कि रामनवमी तक सभी मंडलों से सूची मांगी गई थी। 50 प्रतिशत मंडलों ने अपनी सूची सौंप दी है। जल्द ही बाकी मंडलों से सूची आ जाएगी। जिन मंडलों से सूची आ गई है, उनका नगर संगठन बारीकी से निरीक्षण कर जातिगत और सामाजिक समीकरण बैठाने के बाद दो से तीन दिन में घोषणा करना शुरू कर देगा।
वहीं बीजेपी सूत्रों की मानें तो फिलहाल नगर संगठन का पूरा फोकस मंडल कार्यकारिणी पर ही है। 10 अप्रैल तक कार्यकारिणी घोषित करना है। यह सूची भोपाल भी भेजी जाना है। हालांकि इंदौर में सभी मंडलों की कार्यकारिणी घोषित होने में 25 अप्रैल तक का समय लग सकता है। बता दें कि मंडल कार्यकारिणी घोषित होने के बाद नगर पदाधिकारियों के नामों पर मंथन शुरू होगा।
कार्यकारिणी बनाने में मंडल अध्यक्ष की पसंद को तवज्जो
बीजेपी सूत्रों के अनुसार मंडल कार्यकारिणी का गठन करने में मंडल अध्यक्ष की पसंद को तवज्जो दी जाएगी। मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति या चयन में विधायकों की चलती है। हालांकि कार्यकारिणी के गठन में संगठन ने ऐसे किसी हस्तक्षेप से मना किया है। बताया जा रहा है कि जिन मंडलों से अभी तक सूची नहीं आ पाई है वहां पर विधायकों ने अपनी पंसद को पहले सूची में शामिल करने के लिए मंडल अध्यक्ष को कहा हुआ है।
कार्यकारिणी में महामंत्री पद को लेकर सबसे ज्यादा जोर आजमाइश
बीजेपी का हर नेता मंडल कार्यकारिणी में आना चाहता है और महामंत्री पद को लेकर अपना दावा जताता है। इसी को लेकर कुछ मंडलों में स्थिति गड़बड़ है। महामंत्री के दो ही पद रहते हैं। विधायक और बड़े नेता इन पदों पर अपने करीबियों को नियुक्त कराना चाहते हैं। मंडल अध्यक्ष पर नगर और प्रदेश के भी कई नेताओं का दबाव होता है। कार्यकारिणी बनाने में मंडल अध्यक्ष को सबको खुश रखना पड़ता है। क्षेत्रीय पार्षद के नामों को भी एडजस्ट करना होता है।