उज्जैन इस्कॉन मंदिर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा से पहले बुधवार को भव्य स्नान यात्रा महोत्सव का आयोजन किया गया। भगवान श्री जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा को पंचामृत और विभिन्न तीर्थों के जल से स्नान कराकर पूजन-अर्चन किया गया। इस आयोजन में बड
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स्नान यात्रा इस्कॉन उज्जैन द्वारा ‘जल गंगा संवर्धन पखवाड़े’ के अंतर्गत पर्यावरण और समरसता के प्रतीक भगवान श्री जगन्नाथ को समर्पित थी। बुधवार सुबह 10 बजे मंदिर परिसर से भगवान की शोभायात्रा निकाली गई, जो भक्तों के भजन और उल्लास के बीच मंदिर के बाहर विशेष वेदी तक पहुंची।
यहां दोपहर 12:30 बजे तक गंगा, यमुना, नर्मदा, शिप्रा और अन्य तीर्थों के पवित्र जल से भगवान का भक्तिमय अभिषेक किया गया। भगवान का पंचामृत स्नान भी किया गया। श्रद्धालु पारंपरिक वेशभूषा में इस आयोजन में शामिल हुए और स्वयं अपने हाथों से भगवान को स्नान कराया।
स्नान के बाद भगवान अस्वस्थ हो जाते हैं, अब करेंगे 15 दिन विश्राम
परंपरा के अनुसार, भक्तों द्वारा स्नान कराए जाने के बाद भगवान अस्वस्थ हो जाते हैं, इसलिए अब वे 15 दिन तक विश्राम करेंगे। इसके बाद भगवान आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को यानी 27 जून को भव्य रथ यात्रा पर निकलेंगे।
रथ यात्रा दोपहर 2 बजे मंडी चौराहा से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए इस्कॉन मंदिर पहुंचेगी। इस दौरान भी श्रद्धालुओं की व्यापक भागीदारी और भक्ति का संगम देखने को मिलेगा।