इस्माईलाबाद की रहने वाली युवती की कनाडा में मौत हो गई और वही उसका अंतिम संस्कार किया गया। बेटी के पार्थिव शरीर को भारत लाने के लिए पिछले करीब एक हफ्ते से परिवार कोशिश कर रहा था। लेकिन कनाडा की कानूनी प्रक्रिया पूरी करना असंभव होता देख कनाडा में परिजन
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सिमरन गांव ठसका मीरांजी की रहने वाली थी। अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में पिता बगीचा सिंह और माता परमजीत कौर को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शामिल हुए। वो मेडिकल की स्टडी के लिए दो साल पहले कनाडा गई थी। 23 वर्षीय सिमरन कनाडा के कस्बा सरे में गिल्डफोर्ड में रह रही थी।
14 दिसंबर शनिवार सुबह करीब साढ़े तीन बजे हमलावरों उसके रूम में घुसे और सिमरन और अन्य पर चाकुओं से हमला कर दिया था। जिसमें दो लोग बुरी तरह से घायल हो गए।अस्पताल पहुंचने पर सिमरन को मृत घोषित कर दिया।
14 दिसम्बर को हुई थी परिजनों से बात पूर्व सरपंच दिलबाग सिंह ने बताया की वारदात की रात को ही सिमरन की उसकी माता परमजीत कौर से बात हुई थी। अगले दिन सिमरन को फोन करना चाहा तो उसका फोन बंद पाया। अगले 2 दिन भी यही स्थिति रहने से परमजीत कौर को अपनी बेटी की चिंता सताने लगी और उसने अमेरिका में रह रहे अपने बेटे को सारी बात बताई तो उसने कनाडा में रह रहे अपने दोस्तों से सम्पर्क किया और सिमरन के पते पर जाने को कहा।
जब उसके दोस्त बताए गए पते पर पहुंचे तो उन्हें सारी स्थिति का पता चला।