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ईडी के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन: दिग्विजय बोले-गांधी परिवार ने नेशनल हेराल्ड में एक रुपए खुद के लिए खर्च नहीं किया – Bhopal News


प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस के अखबार नेशनल हेराल्ड और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुडे मनी लॉन्ड्रिंग केस में मंगलवार को पहली चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के नाम शामिल हैं। ई

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25 अप्रैल को दिल्ली में होगी सुनवाई

इस मामले की सुनवाई 25 अप्रैल को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में होगी। कोर्ट ने ईडी से मामले की केस डायरी भी मांगी है। 2012 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया, राहुल और उनकी सहयोगी कंपनियों से जुड़े लोगों के खिलाफ इस मामले की शिकायत की थी।

भोपाल में ईडी ऑफिस जाएंगे कांग्रेस कार्यकर्ता भोपाल के अरेरा हिल्स पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता इकट्‌ठे होंगे और पदयात्रा करते हुए ईडी ऑफिस तक जाएंगे। सभी जिला मुख्यालयों पर आज दोपहर दो बजे प्रदर्शन का समय तय किया गया है।

दिग्विजय बोले- गांधी परिवार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं सोनिया, राहुल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के मामले पर कांग्रेस सांसद और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा, भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस मिलकर ईडी, आईटी और सीबीआई को एक राजनीतिक हथियार के रूप में दुरुपयोग कर रहे हैं, हम इसकी निंदा करते हैं।

गांधी परिवार ने एक पैसे का भी उपयोग नहीं किया दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, ईडी, आईटी, सीबीआई कितना ही इसमें जांच कर लें, नेशनल हेराल्ड के केस में किसी भी खाते से चाहे पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर आज तक किसी भी नेहरू गांधी परिवार ने निजी तौर पर 1रुपए, एक पैसे का भी इसका उपयोग नहीं किया है। इसलिए जो कुछ आज किया गया है, उसकी हम घोर निंदा करते हैं।

देश भर के और खास कर मध्य प्रदेश के सभी कार्यकर्ताओं से मेरी प्रार्थना है कि आज दोपहर 2 बजे आईडी दफ्तर पर जाकर अपना शांतिपूर्ण प्रदर्शन करें। अगर नहीं पहुंच पा रहे हैं तो वीडियो को शेयर करिए और अपना विरोध दर्ज करिए।

मंत्री विश्वास सारंग बोले- कांग्रेस ने ऐशोआराम के लिए संपत्ति पर कब्जा किया कांग्रेस के प्रदर्शन पर मप्र के खेल मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, कांग्रेस चाहती है कि भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया जाए। यह मामला 2012 से शुरू हुआ है, तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। कांग्रेस शासन काल में ही मामला उठा था और तभी से जांच शुरू हुई।

यह सिद्ध हुआ है कि नेहरू-गांधी परिवार ने अपने ऐशोआराम के लिए नेशनल हेराल्ड की संपत्ति पर कब्जा किया। करोड़ों-अरबों की संपत्ति को अपने ऐशोआराम के लिए कांग्रेस पार्टी ने भी इस्तेमाल किया।

विश्वास सारंग ने आगे कहा, जमीन को गांधी परिवार के एशोआराम के लिये बेचा गया। नेहरू-गांधी परिवार को बीडीए को 7 अरब 35 करोड़ 48 लाख से ज्यादा देना है। रातों रात नेशनल हेराल्ड को बंद कर दिया गया। कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दिया गया। इतना सब होने के बाद भी कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है, कांग्रेस यह माने की नेहरू परिवार ने आजादी के बाद लगातार भ्रष्टाचार किया।

नेहरू-गांधी परिवार गले-गले तक भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। यह विरोध-प्रदर्शन कर जनता को गुमराह करने की कोशिश ना करें, यह देश संविधान से चलेगा। कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों ना हो अगर भ्रष्टाचार किया है तो सजा भुगतना ही पड़ेगी।

अब जानिए क्या है नेशनल हेराल्ड केस BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे पर घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी के जरिए हड़पने का आरोप लगाया था।

आरोप के मुताबिक, कांग्रेसी नेताओं ने नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जे के लिए यंग इंडियन लिमिटेड ऑर्गेनाइजेशन बनाया और उसके जरिए नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) का अवैध अधिग्रहण कर लिया।

स्वामी का आरोप था कि ऐसा दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था। स्वामी ने 2000 करोड़ रुपए की कंपनी को केवल 50 लाख रुपए में खरीदे जाने को लेकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत केस से जुड़े कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाने की मांग की थी।

जून 2014 ने कोर्ट ने सोनिया, राहुल समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया। अगस्त 2014 में ED ने इस मामले में एक्शन लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। दिसंबर 2015 में दिल्ली के पटियाला कोर्ट ने सोनिया, राहुल समेत सभी आरोपियों को जमानत दे दी।

ईडी ने अटैच की है 661 करोड़ की प्रॉपर्टी 12 अप्रैल 2025 को जांच के दौरान कुर्क संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई की गई। ED ने दिल्ली, लखनऊ और मुंबई में 661 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियों को कब्जे में लेने के लिए नोटिस जारी किया था।इससे पहले, मंगलवार को ही सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा प्रवर्तन निदेशालय (ED) के ऑफिस पहुंचे। जहां उनसे गुरुग्राम के शिकोहपुर लैंड घोटाले में पूछताछ हुई।

मंगलवार को कोर्ट में क्या हुआ

राउज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज (पीसी एक्ट) विशाल गोगने ने कहा, पीएमएलए 2002 की धारा 44 और 45 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग के लिए ईडी ने एक नई शिकायत दायर की है। इसे धारा 3 के साथ धारा 70 के तहत डिस्क्राइव किया गया है। यह पीएमएलए, 2002 की धारा 4 के तहत दंडनीय है।

हालांकि इस मामले की सुनवाई राउज एवेन्यू कोर्ट में एडिशनल चीफ ज्युडीशियल मजिस्ट्रेट के पास चल रही है। लेकिन जस्टिस गोगने ने कहा कि की PMLA की धारा 44(1)(C) के तहत सुनवाई उसी अदालत में की जानी चाहिए, जिसने PMLA की धारा 3 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग केस पर संज्ञान लिया है। दोनों अपराधों का फैसला एक ही क्षेत्राधिकार में किया जाना चाहिए।

चार्जशीट से पहले प्रॉपर्टी जब्त करने की कार्रवाई हुई

दिल्ली के हेराल्ड हाउस (5A, बहादुर शाह जफर मार्ग), मुंबई के बांद्रा (ईस्ट) और लखनऊ के विशेश्वर नाथ रोड स्थित AJL की बिल्डिंग पर नोटिस चिपकाए गए थे। 661 करोड़ की इन अचल संपत्तियों के अलावा AJL के 90.2 करोड़ रुपए के शेयरों को ED ने नवंबर 2023 में अपराध की आय को सुरक्षित करने और आरोपी को इसे नष्ट करने से रोकने के लिए कुर्क किया था।

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​​​​प्रवर्तन निदेशालय ED ने कांग्रेस के नेशनल हेराल्ड अखबार और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुडे मनी लॉन्ड्रिंग केस में मंगलवार को पहली चार्जशीट दाखिल कर दी।

इसके विरोध में पार्टी देशभर में ED दफ्तरों के बाहर आज (बुधवार को) विरोध प्रदर्शन कर रही है। दिल्ली में पार्टी मुख्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है। पूरी खबर पढ़ें…



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