उषा ने बताया कि उनके पिता जयनाथ रवि पारा शिक्षक हैं।
लातेहार के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र शेरगढ़ा की उषा रानी ने शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 463 अंक प्राप्त कर जिले में पहला और राज्य में पांचवां स्थान हासिल किया है। उषा ने बताया कि वह मूल रूप से बालूमाथ के शेरगढ़ा पंचायत के चेटर गांव की रहने वाली
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5 से 6 घंटे सेल्फ स्टडी की
उषा ने बताया कि उनके पिता जयनाथ रवि पारा शिक्षक हैं। उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय चेटर में 2002 से पढ़ा रहे हैं। शिक्षक होने के कारण पढ़ाई को लेकर हमेशा गंभीर रहे। उन्होंने ही पढ़ाई की ओर ध्यान आकर्षित करवाया। उषा ने बताया कि वह रोजाना कोचिंग के अलावा 5 से 6 घंटे सेल्फ स्टडी करती थीं। सुबह 3 बजे उठकर 5 बजे तक पढ़ाई करना उनकी दिनचर्या का हिस्सा था।
आईएएस बनना है लक्ष्य
स्कूल और कोचिंग के समय के बाद भी पढ़ाई जारी रखती थीं। उषा ने बताया कि इस सफलता में विद्या कोचिंग सेंटर के शिक्षकों, माता-पिता और गुरुजनों का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने कहा कि आगे की पढ़ाई कर आईएएस बनना चाहती हैं। उनका सपना है कि देश की सेवा करें और अपने जैसे पिछड़े गांवों के विकास में योगदान दें।
मैट्रिक में भी रही थी जिला टॉपर
उषा ने बताया कि मैट्रिक में भी वह 95.4 प्रतिशत अंक लाकर जिला टॉपर रही थीं। बेटी की सफलता से माता-पिता काफी खुश है। पिता जयनाथ रवि ने बताया की बेटी पढ़ाई में पहले से ही अव्वल रही है। वह पढ़ाई को लेकर हमेशा सीरियस रहती थी। घर के काम के अलावा बचे समय पर वह पढ़ाई पर पूरा फोकस करती थी।