फ्रीगंज स्थित गुरुद्वारा सुख-सागर में शुक्रवार को सिख समाज के नवम गुरु श्री गुरु तेग बहादुर का अवतार पर्व मनाया गया। इस अवसर पर सुबह से अखंड पाठ का आयोजन किया गया। इसके बाद सुखमणि साहब का पाठ संपन्न हुआ।
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गुरुद्वारा के अध्यक्ष चरणजीत सिंह कालरा ने श्री गुरु तेग बहादुर की बाणी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब में गुरु तेग बहादुर की बाणी 15 रागों में दर्ज है। इसमें 59 शब्द और 57 श्लोक शामिल हैं। गुरु जी के श्लोक श्री गुरु ग्रंथ साहिब में पृष्ठ 1426 से 1429 तक अंकित हैं।
कालरा ने बताया कि गुरु तेग बहादुर जी की बाणी का मुख्य उद्देश्य मानव को सांसारिक मोह माया से मुक्ति दिलाकर परमात्मा की स्तुति में लगाना है। कार्यक्रम में सुबह से ही सिख समाज के महिलाएं, पुरुष और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए। पाठ की समाप्ति के बाद दोपहर में लंगर का वितरण किया जाएगा।