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उपराष्ट्रपति ने शिवराज सिंह को कहा- किसान के लाड़ले: मुंबई में मंच से पूछा था- किसानों से किए वादे क्यों नहीं पूरे किए – Bhopal News


दो दिन पहले मुंबई में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से भरे मंच पर किसानों से किए वादों को लेकर सवाल पूछने वाले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अब उन्हें नया नाम दिया है। संसद की कार्यवाही के दौरान उपराष्ट्रपति ने शिवराज सिंह को ‘किसान के लाड़ले’

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शुक्रवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कृषि मंत्री को ये नाम तब दिया, जब कृषि मंत्रालय से संबंधित सवाल पूछे जा रहे थे। उन्होंने शिवराज सिंह से कहा कि मैंने आज आपका नामांकन कर दिया है।

दरअसल, कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने संसद में सवाल उठाया कि कई किसान संगठन संसद मार्च कर रहे हैं। तीन दिन पहले एक उच्च संवैधानिक पदाधिकारी ने किसानों का दर्द जनता के सामने रखा। उसी पर जानना चाहता हूं कि सरकार क्या कर रही है और कृषि मंत्री की क्या राय है।

शिवराज सिंह को लेकर ये बोले उपराष्ट्रपति

जयराम रमेश की बात सुनकर धनखड़ ने कहा ये कुछ भी रिकॉर्ड नहीं होगा। फिर उन्होंने कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर कहा-

मंत्री जी आते-जाते समय मेरे साथ थे। मैंने मंत्री जी से कहा और मैं आश्वस्त हुआ, जिस आदमी की पहचान देश में लाड़ली के नाम से थी वो किसान का लाड़ला होगा। मैं पूरी तरह आशावान हूं कि ऊर्जावान मंत्री अपने नाम शिवराज के अनुरूप, ये करके दिखाएंगे। आज मैंने आपका नामांकन कर दिया है किसान के लाड़ले।

धनखड़ ने कहा- जयराम रमेश से मुझे उम्मीद थी कि वो कोई प्रश्न पूछेंगे। बड़ा अच्छा लगता अगर एक बार भी एडजर्नमेंट मोशन आता। लेकिन एक भी प्रश्न आया नहीं।

मुंबई में धनखड़ ने शिवराज से ये क्या पूछा था मंगलवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुंबई में केंद्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (CIRCOT) के शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में शिवराज सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने शिवराज की ओर इशारा करते हुए कहा-

कृषि मंत्री जी, आपका एक-एक पल भारी है। मेरा आपसे आग्रह है और भारत के संविधान के तहत दूसरे पद पर विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है कि कृपया करके मुझे बताइए कि किसान से क्या वादा किया गया था? और जो वादा किया गया ​​था, वह क्यों नहीं निभाया गया? वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं? बीते साल भी आंदोलन था, इस साल भी आंदोलन है। कालचक्र घूम रहा है। हम कुछ नहीं कर रहे हैं।

राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सदस्यों के सवालों का जवाब देते केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान।

किसान का उत्पाद एमएसपी पर खरीदेंगे: शिवराज जयराम रमेश के सवाल पर शिवराज ने कहा- मैं रमेश जी का बहुत आदर करता हूं। उन्होंने पूछा है कि एमएसपी को लेकर मेरी राय क्या है। बहुत पवित्र राय है। हम लागत की 50 पर्सेंट से ज्यादा एमएसपी तय करेंगे और खरीदेंगे भी। कांग्रेस की जब सरकार थी, कभी एमएसपी पर खरीदी नहीं की। मेरे लिए किसान की सेवा भगवान की पूजा है। यही मानकर उनकी सेवा में निरंतर लगे रहेंगे। एमएसपी पर उत्पाद खरीदा है और अब भी पूरा उत्पाद खरीदेंगे।

RJD सांसद ने पूछा किसान कर्ज माफी का सवाल आरजेडी सांसद मनोज झा ने पूछा किसानों की कर्ज माफी के लिए कोई व्यापक फ्रेमवर्क बनाया जाए। ताकि नॉन इंस्टीट्यूशनल लैंडर्स पर उनकी निर्भरता खत्म हो सके।

मनोज झा के सवाल पर शिवराज ने कहा- हम उत्पादन बढ़ाएंगे, लागत घटाएंगे, उचित मूल्य देंगे, नुकसान पर भरपाई बीमा योजना से करेंगे। कृषि विविधीकरण करेंगे प्राकृतिक खेती की तरफ ले जाकर किसानों की आय इतनी बढ़ाएंगे कि बार बार वो हाथ कर्ज माफी के लिए मांग करने की स्थिति में नहीं होगा। हम आय बढ़ाने पर विश्वास रखते हैं।

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उपराष्ट्रपति का केंद्र सरकार से सवाल:कृषि मंत्री शिवराज से पूछा- किसानों से किए वादे क्यों नहीं निभाए

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा था कि यह समय मेरे लिए कष्टदायक है क्योंकि मैं राष्ट्रधर्म से ओतप्रोत हूं।

किसान आंदोलन को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को सीधे कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से कई सवाल किए। उन्होंने शिवराज की ओर इशारा करते हुए कहा, कृषि मंत्री जी, आपका एक-एक पल भारी है। मेरा आपसे आग्रह है और भारत के संविधान के तहत दूसरे पद पर विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है कि कृपया करके मुझे बताइए कि किसान से क्या वादा किया गया था? और जो वादा किया गया ​​था, वह क्यों नहीं निभाया गया? यहां पढ़ें पूरी खबर….

शंभू बॉर्डर से किसानों का दिल्ली मार्च

पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पिछले 9 महीने से कैंप लगाकर बैठे किसानों का दिल्ली कूच शुरू हो गया है। 101 किसानों ने पैदल अंबाला की तरफ बढ़ते हुए 2 बैरिकेड पार कर लिए हैं। अब उन्हें हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री के बैरिकेड पर रोक लिया गया है। किसानों ने बैरिकेड और कंटीले तार उखाड़ दिए हैं। इसके बाद हरियाणा पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी। किसान और पुलिस आमने-सामने आ गए हैं। MSP, कर्जमाफी और पेंशन जैसी मांगों को लेकर 13 फरवरी से धरना दे रहे किसानों को हरियाणा सरकार ने मार्च की इजाजत नहीं दी है।पूरी खबर पढ़ें



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