बीजापुर में पुलिस के सामने 50 नक्सलियों ने सरेंडर किया है।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार को 50 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें 14 नक्सलियों पर 68 लाख रुपए का इनाम घोषित है। ये 14 नक्सली 1 लाख रुपए से लेकर 8 लाख रुपए तक के इनामी हैं। पिछले कई सालों से नक्सल संगठन के साथ जुड़कर काम कर रहे थे। अब हथिया
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सरेंडर करने वालों में PLGA बटालियन नंबर 1 का 1, PLGA कंपनी नंबर 2 के 4, कंपनी नंबर 7 के 1, कुतुल एरिया कमेटी, नेशनल पार्क एरिया कमेटी से ACM स्तर के 3, जनताना सरकार अध्यक्ष, केएएमएस अध्यक्ष, सीएनएम सदस्य के 68 लाख रुपए के 14 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ा है।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई है।
इन्होंने छोड़ी हिंसा
1.रविंद्र कारम, बटालियन नं.1 सदस्य, 8 लाख रुपए इनामी
2. रोनी परसिक, कंपनी नं. 2, 8 लाख रुपए इनामी
3. राकेश कड़ती उर्फ राजू, कंपनी नं. 2 पार्टी सदस्य, 8 लाख रुपए इनामी
4. कोपे लेकाम, कंपनी नं. 2 पार्टी सदस्य, 8 लाख रुपए इनामी
5. शांति ताती उर्फ कल्पना, कंपनी नं. 2 पार्टी सदस्य, 8 लाख रुपए इनामी
6. सोनू हेमला, कंपनी नं. 7 का पार्टी सदस्य (सीसी बसवा राजू सुरक्षा), 8 लाख रुपए इनामी
7. भीमा ओयाम उर्फ जीवन, ACM 5 लाख रुपए इनामी
8. पायकी हपका उर्फ सुकाई, ACM, 5 लाख रुपए इनामी
9. सोनू ताती, PPCM, 5 लाख रुपए इनामी
10. पोज्जा ताती उर्फ दिवाकर, पार्टी सदस्य, 1 लाख रुपए इनामी
11. नानी माड़वी, केएएमएस अध्यक्ष, 1 लाख रुपए इनामी
12. बुधराम पदम, आरपीसी सीएनएम अध्यक्ष, 1 लाख रुपए इनामी
13. पायकी पोटाम, आरपीसी केएएमएस अध्यक्ष, 1 लाख रुपए इनामी
14. आयतू पोटाम, आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष, 1 लाख रुपए इनामी
एक दिन पहले 1 नक्सली को ढेर किया गया।
15 महीने में 141 का एनकाउंटर
1 जनवरी 2024 से लेकर मार्च 2025 तक इन 15 महीनों में सिर्फ बीजापुर जिले में ही 141 नक्सलियों का एनकाउंटर किया गया है। जबकि, 656 नक्सली गिरफ्तार और 346 नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ चुके हैं।
20 मार्च को 26 नक्सलियों का किया एनकाउंटर
20 मार्च 2025 को बीजापुर जिले में जवानों ने कुल 26 नक्सलियों का एनकाउंटर किया है। जिसमें कई बड़े कैडर के नक्सली शामिल हैं। वहीं 29 मार्च को भी एक नक्सली को ढेर किया गया है। SP जितेंद्र यादव की माने तो ये पुलिस की बड़ी सफलता है। लगातार नक्सलियों का एनकाउंटर हो रहा है। बड़ी संख्या में नक्सली हथियार छोड़ रहे हैं। नक्सल संगठन को बड़ा नुकसान हुआ है।