भास्कर न्यूज | अमृतसर एसजीपीसी संचालित श्री दरबार साहिब की सरायों में रूम बुकिंग के नाम पर साइबर ठगी का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। श्रद्धालुओं से ठगी का मामला मई महीने में उजागर हुआ था और इसके बाद कमेटी ने पुलिस को इसकी शिकायत की थी। फिलहाल कमेटी के
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कमेटी टीम की इन्वेिस्टगेशन में जो तथ्य सामने आए थे उसके मुताबिक ठगों ने करीब 100 लोगों से 10 से 12 लाख तक की ठगी मारी थी। ठग क्यूआर कोड स्कैन करने का झांसा देकर कस्टमर का बैंक अकाउंट तक पूरी तरह खाली कर देते थे। पुलिस आज तक ठगों के बारे में पता नहीं लगा पाई है।
खैर, अब फिर ठगों ने दूसरा पोर्टल तैयार करके ठगी शुरू कर दी है। 23 से 27 अगस्त तक 5 दिन में ठगी के 6 मामले सामने आए हैं। इस बार ठगों ने saragarhihotels.com नाम पर फर्जी पोर्टल तैयार किया है। ठगी का शिकार होने वाले लोग दिल्ली, मुंबई और जम्मू के हैं।
बीते 5 दिन में 6 लोगों से करीब साढ़े 18 हजार रुपए की ठगी हो चुकी है। मई माह के आखिर में सारागढ़ी सराय में रूम बुकिंग के नाम पर ठगी का पहला मामला सामने आया था। इसके बाद जून में 8-10 मामले सामने आ गए।
उस दौरान की ठगी में फर्जी पोर्टल के जरिए जालसाज ऑनलाइन वॉलेट/क्यूआर कोड के जरिए 850 से 4200 रुपए के बीच शुरुआती भुगतान मांगते थे। भुगतान होते ही उनके फोन नंबर बंद हो जाते थे। मैनेजर ने बताया कि उस दौरान पुलिस को शिकायत की गई लेकिन पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची।
आखिर में उनकी आईटी विंग टीम ने saragarhisaraihotel.com का पोर्टल खुद ही ब्लाक किया लेकिन ठगों के बारे में पुलिस आज तक पता नहीं कर सकी। मैनेजर का कहना है कि उनकी अगुवाई में कमेटी की टीम दोबारा पुलिस कमिश्नर दफ्तर पहुंची और साइबर ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
मैनेजर गुरप्रीत सिंह ने कहा कि कमेटी की सरायों में इकलौती सारागढ़ी सराय में ही ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था है। इसके लिए कमेटी की अपनी आधिकारिक वेबसाइट www.sgpcsarai.com के जरिए रूम बुक करवाने की व्यवस्था है।
टीम की जांच में सामने आया था कि जब कोई ऑनलाइन बुकिंग के लिए वेबसाइट पर सर्च करता था तो वह फर्जी वाली के चक्कर में फंस जाता था। उसे क्यूआर कोड देकर एडवांस पैसे मांगे जाते। कई ऐसी शिकायतें भी आई कि ज्यादा पैसे काट लिए जाते। कस्टमर जब एतराज जताता तो पैसे वापसी के नाम पर एक और क्यूआर कोड भेजा जाता।
कोड पर स्कैन करते ही खाते का सारा पैसा निकल जाता था। जब दिया गया नंबर डायल करते तो फोन नहीं उठाया जाता था। करीब 100 लोगों से 10-12 लाख की ठगी सामने आई थी। 5 जून को जब दिल्ली के एक श्रद्धालु ने रूम के नाम पर 8,000 रुपए की ठगी की बात कही तब इसकी जानकारी मिली।
इसके बाद तो शिकायतों की बाढ़ सी आ गई। बेंगलुरू के एक व्यक्ति ने 5 कमरों के लिए 10 हजार रुपए ट्रांसफर किए तो उसके खाते के बाकी के 70 हजार भी उड़ा लिए गए। इसी तरह से जम्मू की एक अन्य श्रद्धालु ने फर्जी वेबसाइट के जरिए अपने साथ 2,200 रुपए की ठगी का खुलासा किया था।
लोगों से ठगी के संदर्भ में सरायों के मैनेजर गुरप्रीत िसिह ने पुलिस कमिश्नर रणजीत सिह ढिल्लों को मांग पत्र भी सौंप दिया है। मैनेजर ने बताया कि 23 अगस्त को 2 श्रद्धालुओं ने ठगी का शिकायत की थी। इसके अगले दिन 24 को फिर 2 लोगों का मामला सामने आया। आगे 26 अगस्त को एक और 27 को भी एक श्रद्धालु ने अपने साथ रूम बुकिंग के नाम पर ठगी की शिकायत की है।
उन्होंने बताया कि शिकायत कर्ताओं से 6500, 5500, 3500, 3000 रुपए की ठगी की गई है। शिकार हुए लोगों में दिल्ली, मुंबई, जम्मू के लोग शामिल हैं। उन्होंने बताया साइबर ठग ने इस बार सारागढ़ी होटल्स के नाम पर पोर्टल तैयार किया है।
मैनेजर ने बताया कि कमेटी की जितनी भी सराय हैं उनमें अॉन लाइन बुकिंग की सुविधा सिर्फ सारागढ़ी मेंं है और यहां पर एक दिन का किराया 1,000 और 1,600 रुपए हैं। उन्होंने कहा कि हैरानी वाली बात तो यह है कि इस बार ठगों ने श्री गुरु अर्जुन देव निवास सराय के नाम पर भी ठगी मारी है, जबकि वहां पर अॉनलाइन बुकिंग का प्रावधान ही नहीं है।