मृतक प्रियांशु तायल की फाइल फोटो।
सहारनपुर के एक परिवार पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनका बेटा, जो एक सुनहरे भविष्य की तलाश में विदेश गया था, अब तिरंगे में लिपटकर वापस आने की तैयारी में है। कंबोडिया की एक आईटी कंपनी में नौकरी कर रहे 26 वर्षीय प्रियांशु तायल की संदिग्ध परिस्थितियों म
.
“21 फरवरी तक फोन पर बात हुई थी, आज मौत की खबर आ गई” सहारनपुर के जनता रोड स्थित पुष्पांजलि विहार निवासी संजय कुमार के दो बेटे थे। छोटा बेटा अभी पढ़ाई कर रहा है, जबकि प्रियांशु परिवार का सहारा था। चार-पांच महीने पहले वह कंबोडिया में नौकरी करने गया था। लेकिन अचानक परिवार को एक कॉल आई। बोले–”आपका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा।”
मृतक के पिता संजय कुमार ने आरोप लगाया कि कंपनी की लापरवाही के चलते उनके बेटे की तबीयत पिछले दो दिन से खराब थी, लेकिन उसे समय पर इलाज नहीं मिला। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे से कल सुबह ही बात हुई थी। उसने कहा था कि वह बीमार है। लेकिन हमें क्या पता था कि यह उसकी आखिरी बातचीत होगी।”
शव को भारत लाने की कोशिशें इस दर्दनाक घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। संजय कुमार, जो एक छोटी सी दुकान चलाते हैं, अब अपने बेटे के शव को भारत लाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों और भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगा रहे हैं। परिजनों ने कंबोडिया की आईटी कंपनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए मांग की है कि मामले की पूरी जांच हो और बेटे की मौत की असली वजह सामने आए।
प्रियांशु तायल उन हजारों युवाओं में से एक था, जो बेहतर जिंदगी की तलाश में विदेश जाता है। लेकिन वहां क्या हुआ, कैसे उसकी मौत हुई। यह सवाल अब भी अनसुलझा है। परिवार को सिर्फ एक ही उम्मीद है कि उनका बेटा आखिरी बार घर लौटे, भले ही शव ही सही।