फसल बर्बाद होने की जानकारी देता किसान।
कन्नौज में सांडों का झुंड रात के वक्त एक खेत में घुस गया और ढाई बीघा आलू की फसल को खाकर नष्ट कर दिया। सुबह किसान खेत की ओर गया तो फसल नष्ट देखकर होश उड़ गए। मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के तारापुरवा गांव का है।
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यहां के रहने वाले सतेंद्र कुमार ने ढाई बीघा खेत में आलू की फसल बोई थी। खेत में खड़ी फसल में आलू निकलने लगे थे। बाजार में आलू का भाव इस बार अच्छा होने से सतेंद्र अपनी फसल देखकर खुश था, लेकिन रविवार सुबह जब वह खेत पर गया तो वहां आलू की बेल गायब थी और हरे बेल की जगह खेत की मिट्टी नजर आ रही थी। जिसे देखकर उनके होश उड़ गए। मिट्टी में गाय-सांड के खुर के निशान बने थे।
इससे उन्हें पता चला कि फसल को जानवरों ने नष्ट किया है। बेल खाने के बाद खेत को बुरी तरह रौंदा गया था। सतेंद्र ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। परिवार के भरण-पोषण के लिए वह ड्राइवरी करता है। इस बार आलू की फसल से कुछ राहत मिलने की उम्मीद थी, लेकिन उसे आवारा जानवरों ने उजाड़ दिया।
फसल बर्बाद होने की जानकारी देता किसान।
रात में छोड़ दिए जाते हैं जानवर उन्होंने बताया कि गांव के पास ही गौशाला है। यहां से रात में जानवरों को छोड़ दिया जाता है और सुबह उन्हें खदेड़ के फिर गौशाला में पहुंचा दिया जाता है। ऐसा इसलिए भी किया जाता है, ताकि गौशाला का संचालन करने वाले लोग भूसे और चारे का पैसा बचा सकें। दूसरी ओर सरकार ने किसानों की फसल उजड़ने से बचाने के लिए ही गौशालाओं को खुलवाया है, हालांकि इससे किसानों को कोई राहत नहीं मिल रही। रात में फसल न रखा पाओ तो सुबह तक जानवर चट कर जाते हैं।