नगर निगम की तरफ से अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान वकीलों के चैंबर आदि का पड़ा हुआ मलबा।
प्रयागराज में एक सप्ताह के अंदर ही इलाहाबाद हाईकोर्ट और उसके बाद जिला न्यायालय के बाहर सड़क-पटरी पर अवैध रूप से कब्जा करके चैंबर बनाने वाले वकीलों के चैंबर के खिलाफ अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने के बाद प्रयागराज नगर निगम ने वकीलों का बस्ता, कुर्सी और म
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न्यायालय की दंड संहिता और कानून से जुड़ी किताबें भी ऐसे ही जमीन पर पड़ी हुई हैं।
नैनी के गंजिया में बना रखा है नया वर्कशाप नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के दौरान अक्सर जो भी कबाड़ निकलता था, उसे शहर के करैलाबाग स्थित वर्कशाप में रखा जाता रहा है। ऐसे में पिछले दिनों हुई कार्रवाई के बाद वकीलों को यही उम्मीद थी कि उनका सारा सामान करैलाबाग स्थित वर्कशाप में रखा है,लेकिन ऐसा नहीं है। यहां पर आने वाले वकीलों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। इस बारे में निगम के कोई अधिकारी भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। ऐसे में दैनिक भास्कर भी इस बात का पता लगाने में जुट गया कि आखिर हाईकोर्ट में फ्लाईओवर के नीचे और जिला कचहरी के बाहर से हटाए गए सामान को निगम ने कहां पर डंप किया है। इसका पता लगाने के लिए दैनिक भास्कर टीम पहले करैलाबाग स्थित वर्कशाप पहुंची। वकीलों को मिलने वाले जवाब की तरह ही टीम को भी पता चला कि यहां पर अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान हटाया गया सामान यहां पर नहीं है। इसकी पड़ताल करते हुए टीम को पता चला कि नगर निगम ने अपना एक नया वर्कशाप नैनी के गंजिया इलाके में बना रखा है। इसके बाद भास्कर टीम उस वर्कशाप का पता लगाते हुए वहां पहुंची। जहां पर कबाड़ की ढेर में वकीलों की टूटी कुर्सी, मेज, फाइलें और न्यायिक कार्यों से जुड़ी किताबों का अंबार लगा हुआ है। इसके अलावा वकीलों के अन्य सामान भी वहां पर कबाड़ के रूप में पड़े हुए हैं।
टूटी कुर्सी-मेज और कोर्ट के कानून से जुड़ी किताबें।
खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है सामान अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान हाईकोर्ट और जिला न्यायालय के वकीलों के हटाए गए सामान खुले आसमान के नीचे कबाड़ के रूप में पड़े हुए हैं। इसमें अधिवक्ताओं के बक्से, जिन पर उनका नाम लिखा है। उनकी फाइलों से लेकर बेंच आदि का अंबार बिखरा पड़ा है। निगम के इस वर्कशाप तक पहुंचने का रास्ता भी कच्चा हैं। जहां तक पहुंचना लोगों के लिए आसान नहीं है। दैनिक भास्कर की टीम के मौके पर पहुंचने के बाद पता चला कबाड़ के रूप में सामान वर्कशाप के अलग- अलग स्थान पर कूड़े के ढेर के रूप में पड़ा हुआ है। यहां तक पहुंचना हर किसी के बस की बात नहीं है। इसके बाद भास्कर टीम ने अधिकारियों से मामले में बात करने का प्रयास किया, लेकिन कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ।