भागलपुर में एक कब्रिस्तान में दफनाई गई लाशों (कंकाल) का सिर चोरी हो रहा है। सिर उसी कंकाल का काटा जाता है, जो 6 महीने पहले दफनाया गया हो। ताजा मामला रविवार को सामने आया है। इस कब्रिस्तान से पिछले पांच सालों में 5 कंकालों के सिर गायब किए गए हैं।
.
4 दिन पहले जिस कंकाल का सिर गायब मिला, वह एक महिला का था। उसकी पहचान मोहम्मद बदरूजम्मा की मां के रूप में हुई थी, जिन्हें साढ़े 5 महीने पहले सुपुर्द-ए-खाक किया गया था।
यह काम रात के अंधेरे में किया जाता है, जिससे सिर ले जाने वाले कौन हैं, वो उसका क्या करता है, यह अब तक पता नहीं चल पाया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कब्र में दफनाई गई लाश का सिर काटने के लिए खुदाई सावधानी से की जाती है, ताकि सिर्फ सिर को कब्र से निकाला जा सके। कंकाल के अन्य हिस्सों को छोड़ दिया जाता है।
इसी कब्र से सिर निकाला गया था, लाला घेरे वाली जगह की खुदाई हुई थी।
3 से 4 गांव के लोग कब्रिस्तान में दफनाते हैं शव
जिस कब्रिस्तान से कंकालों के सिर काटे जाने का मामला सामने आया है, वो फाजिलपुर सकरामा ग्राम पंचायत में है। इसे असरफनगर नदियामा कब्रिस्तान के नाम से जाना जाता है, जो काफी पुराना है। यहां 3 से 4 गांव के अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शव को दफनाने आते हैं।
पिछले 5 साल में कब्र खोदकर मोहम्मद मुख्तार की सास, मोहिद की पत्नी, मोहम्मद मोहित और आशिक अली की पत्नी के कंकाल के सिर को काटा गया। सभी सकरामा गांव के रहने वाले थे।
घटना को लेकर कुछ ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि ये तांत्रिकों की करतूत है, या फिर किसी मानव तस्कर गिरोह का हाथ है।
अब जानिए, मामला सामने कैसे आया?
जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद हुसैन ने बताया कि ‘सोमवार को मैं बच्चों को पढ़ा रहा था, इस दौरान एक व्यक्ति ने कहा कि कब्रिस्तान से मुर्दे का सिर निकाल लिया गया है। मैं वहां गया तो बात सही निकली। पुलिस भी मौके पर आई। सिर किस काम के लिए ले जाया गया, इस पर अभी कुछ नहीं बताया जा सकता है।’
कब्रिस्तान की घेराबंदी की गई थी, जिसे तोड़ दिया गया है।
लोगों का आरोप- कब्रिस्तान की घेराबंदी तोड़ दी जाती है
रविवार रात की घटना की सूचना ग्रामीणों को सोमवार सुबह मिली। इस सूचना के बाद लोग कब्रिस्तान पहुंचे और नाराजगी जताई। इसके बाद मौके पर जनप्रतिनिधि, सन्हौल थाने की पुलिस पहुंची और लोगों को शांत कराया।
ग्रामीणों का आरोप है कि कब्रिस्तान की घेराबंदी की गई थी, लेकिन चरवाहों ने तोड़ दिया। कई बार इस कब्रिस्तान की घेराबंदी करवाई गई, लेकिन ज्यादा दिन नहीं टिकता। कब्रिस्तान के मेन गेट को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
प्रशासन ने घेराबंदी और रोशनी की व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया गया। इसके अलावा जल्दी ही आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही है।
इस घटना को लेकर मंगलवार को सन्हौला थाना में एक बैठक हुई, जिसमें पंचायत के जनप्रतिनिधि शामिल हुए। मामले को लेकर SSP हृदयकांत ने बताया कि SDPO को जांच के निर्देश दिए गए हैं।
ग्रामीणों से आवेदन मांग की गई है। आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी की तरफ से जांच के निर्देश मिले हैं। हर बिंदुओं पर जांच-पड़ताल की जा रही है। शिवानंद सिंह, SDPO कहलगांव
———————————-
ये भी पढ़ें…
3.30 घंटे की जांच में NIA को मिले ₹500:अंगूठा छाप आबिद बोला- मानव तस्करी क्या होता पता ही नहीं, करेंगे कैसे?
‘हम ना कभी मुजफ्फरपुर से बाहर गए हैं और ना वेल्डिंग का काम छोड़कर दूसरा कोई काम किए है। आज तक कभी ट्रेन में भी नहीं चढ़े हैं। सुबह साढ़े 5 बजे पुलिस के साथ NIA की टीम आई। साढ़े तीन घंटे तक घर की तलाशी ली, लेकिन जब कुछ नहीं मिला तो एक कागज पर साइन कराकर चली गई।’यह कहना है मुजफ्फरपुर के मो. आबिद का। 28 नवंबर 2024 को NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी) ने मुजफ्फरपुर के चमरउवा में छापा मारा था। इससे इलाके में हड़कंप मच गया था। पूरी खबर पढ़िए